इंदौर: मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के बाहर 4 दिन से चल रहा अभ्यर्थियों का विरोध-प्रदर्शन समाप्त हो गया। कलेक्टर आशीष सिंह रविवार अन्य अफसरों के साथ आधी रात छात्रों के बीच पहुंचे और करीब ढाई घंटे तक संवाद किया। छात्रों ने सुबह 5 बजे आंदोलन समाप्ति की घोषणा की। छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की। इस दौरान अधिकतम पोस्ट, PSC की भर्ती प्रक्रिया में सुधार (इंटरव्यू) और 87/13 का शीघ्र निराकरण कराने का आश्वासन दिया है। साथ ही कहा, भर्ती प्रक्रिया हर संभव सुधान किया जाएगा।
एमपीपीएससी 2 हजार से अधिक अभ्यर्थी पांच सूत्रीय मांगों को लेकर चार दिन से आयोग के बाहर धरना दे रहे थे। कड़कड़ाती ठंड के बावजूद वह धरने पर बैठे रहे। रविवार रात 3 बजे कलेक्टर आशीष सिंह मौके पर पहुंचे और भरोसा दिलाया कि आयोग ने सहमति जताई है। कुछ मांगें कोर्ट में विचाराधीन हैं, उनके लिए बैठक करेंगे। इस दौरान स्टूडेंट ने परीक्षा प्रणाली में सुधार के लिए एमपीपीएससी को दो सुझाव भी दिए हैं। कहा, प्रारंभिक परीक्षा में कोशिश करें कोई सवाल गलत न हो। साथ ही इंटरव्यू मार्क्स कम करके बिना कैटेगरी और सरनेम के वीडियो रिकॉर्डिंग के साथ इंटरव्यू कराए जाएं। इस पर आयोग ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का हवाला देते हुए रिकॉर्डिंग से ऐतराज जताया है।