गोरखपुर के चिलुआताल थाना क्षेत्र में बीते 14 दिसंबर को आगजनी की घटना सामने आई थी. मुन्नीलाल अपने परिवार के साथ रहते थे. सबसे बड़ा बेटा बेचन निषाद के मन में यह लालच आ गया था कि उसके दोनों भाई नहीं रहेंगे तो उनकी संपत्ति उसे मिल जाएगी. इसके अलावा बेचन के छोटे भाई अरविंद ने कुछ साल पहले बेचन की पत्नी को पर चाकू से हमला कर दिया था. इस घटना के बाद उसकी पत्नी मायके चली गई और फिर कभी वापस नहीं आई. ऐसे में बेचन ने शांति से दूसरी शादी की. उसी के बाद अंदर ही अंदर बेचन सबसे छोटे भाई अरविंद से प्रतिशोध की भावना रखता था.
घरवालों ने बताया कि बेचन शुरू में हैदराबाद में काम कर रहा था, लेकिन वहां भी एक विवाद में किसी की हत्या हो गई, जिसमें वह आरोपी था. उसके बाद वह कभी हैदराबाद नहीं गया. उस घटना के बाद वह हरियाणा के सोनीपत में जाकर काम करने लगा, लेकिन उसके मन में पैतृक संपत्ति को लेकर लालच और छोटे भाई से प्रतिशोध की भावना हमेशा बलवती रही. सबसे छोटे भाई अरविंद की शादी बीते चार दिसंबर को थी, लेकिन बेचन उस शादी में नहीं आया, क्योंकि वह नहीं चाहता था कि छोटे भाई की शादी हो और उसका परिवार बढ़े, लेकिन जब शादी हो गई तो वह अचानक 11 दिसंबर को घर आया और घर में संपत्ति को लेकर विवाद किया सभी ने समझाने की कोशिश की लेकिन वह अंदर ही प्रतिशोध का भाव रखे हुए था.
आरोपी ने खौफनाक साजिश रचते हुए बाजार से जाकर 12 बोतल थिनर खरीद कर लाया और 14 दिसंबर की रात को घर में बाहर से ताला बंद कर आग लगा दी. इस घटना में अरविंद के अलावा 10 दिन पहले विवाह कर लाई गई. उसकी पत्नी माला, उससे बड़े भाई बृजेश और उसकी पत्नी मधु और बेटी रिद्धिमा बुरी तरह से झुलस गए थे. घटना के 12 दिन बाद इलाज के दौरान अरविंद उसकी पत्नी माला बृजेश की मौत हो चुकी है, जबकि मधु व रिद्धिमा जीवन और मौत से संघर्ष कर रहे हैं. पति की मौत की खबर सुनते ही मधु का रो रो कर बहुत ही बुरा हाल है. इस घटना से पूरे गांव में मातम छाया हुआ है. लोग ऐसे भाई को धिक्कार रहे हैं.
उनका कहना है कि ऐसे भाई से बेभाई रहना ही सही है. पिता मुन्नीलाल का भी रो- रोकर बुरा हाल है. उनका कहना है कि ऐसी औलाद से बेऔलाद रहना ही बेहतर था. मेरा परिवार उजड़ गया. माला के पिता छोटेलाल व मां कमला देवी व छोटी बहन का भी रो-रो कर बुरा हाल है. सबका कहना था कि चार दिसंबर को शादी हुई थी. पांच दिसंबर को हम लोगों ने बेटी को दुल्हन बनाकर विदा किया था. जल्द ही उसे मायके बुलाने की तैयारी भी थी, लेकिन 14 दिसंबर को मनहूस खबर आई. अब तो मेरी बेटी इस दुनिया में नहीं है. वह जिंदगी की खुशी भी नहीं देख पाई थी. एक कसाई ने मेरी बेटी को मार डाला. इस संबंध में एसपी नार्थ जितेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि नई दुल्हन माला के भाई संतोष साहनी की शिकायत पर पुलिस ने पहले ही केस दर्ज किया था, अब उस मामले में हत्या की धारा को बढ़ा दिया गया है .