आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में फोर्थ टाउन इलाके का है. यहां अपने दादा-दादी के साथ रह रहे 13 वर्षीय आरुष अमन नौंवी कक्षा का छात्र था. उसका शव घर के बाथरूम में संदिग्ध हालात में मिलने से हड़कंप मचा गया. परिजनों के मुताबिक, वह वह खेलता-गाता था और खुशमिजाज था. उसने इतना खौफनाक फैसला क्यों लिया यह उनकी समझ में नहीं आ रहा है. उसने जूते के फीते से आत्महत्या कर ली, परिवार के सदस्यों ने कहा कि अमन, जो अपने दादा के साथ रहता है, नौवीं कक्षा में है वह पढ़ाई कर रहा था. पुलिस जांच में पता चला कि वह ऑनलाइन गेम का आदी था.
फोर्थ टाउन पुलिस के मुताबिक, आरुष अमन विशाखापट्टनम में नौवीं कक्षा में पढ़ता है. माता-पिता के तलाक के बाद दोनों अलग हो गए. दूसरे राज्य में रह रही मां ने अपने बेटे को विशाखा के अक्कय्यापलेम एनजीओ कॉलोनी में उसके दादा-दादी के घर पर रखा था. वह बाथरूम में गया था, जब वह वापस नहीं लौटा. जब वहां जाकर देखा तो उसके गले में जूते का लेस और ट्रैक पैंट की रस्सी थी. स्थानीय लोगों के सहयोग से उसे निजी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी.
पुलिस ने दादा की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह ले जाया गया. जांच में पता चला कि लड़का ऑनलाइन गेम और हॉरर वीडियो देख रहा था. कारण अभी तक निर्धारित नहीं हुआ है.