भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे को नष्ट करने के लिए पीथमपुर लाया गया है। जिसका यहां के लोग और कई संगठन विरोध कर रहे है। पीथमपुर बचाओ समिति ने आज (शुक्रवार) को शहर बंद भी कराया है। इधर, शहर में करीब 10 अलग-अलग जगहों पर लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान राजकुमार रघुवंशी नाम के युवक ने अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आत्मदाह की कोशिश की। पास ही में खड़ा राजू पटेल नाम का शख्स भी आग की चपेट में आ गया। दोनों को इंदौर में चोइथराम अस्पताल के बर्न यूनिट आईसीयू में भर्ती कराया गया है। रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज जाने की कोशिश, पुलिस ने रोका बुधवार रात को भोपाल के यूनियन कार्बाइड से करीब 337 मीट्रिक टन जहरीला कचरा 10 कंटेनर में भरकर पीथमपुर भेजा गया था। जिसे रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज में जलाया जाना है। कचरे को यहां नष्ट करने का विरोध कर रहे लोगों ने रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज जाने की कोशिश की, पुलिस ने बैरिकेडिंग करके उन्हें रोक लिया है।
उधर, बस स्टैंड पर चल रहे धरना प्रदर्शन के मद्देनजर वाहनों को महेंद्रा ब्रिज होते हुए पावर हाउस चौराहे से डायवर्ट किया गया है। यहां मौजूद महिलाओं ने चूड़ियां इकट्ठा कर जनप्रतिनिधियों को भेजने की बात कही है। पीथमपुर बचाओ समिति के सदस्य भी दिल्ली से लौटकर प्रदर्शन स्थल पहुंच गए हैं। वहीं, गुरुवार से अनशन पर बैठे किसान संदीप रघुवंशी ने कहा है कि जहरीला कचरा यहां से वापस जाने तक अनशन जारी रहेगा। पीथमपुर में करीब 7 अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। एक युवक ने खुद पर पेट्रोल डालकर आग लगाई। दूसरा उसकी चपेट में आया। अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम करने की कोशिश की तो पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। पीथमपुर में महिलाएं अपनी चूड़ियां उतारकर इकट्ठा कर रही हैं। इन्हें जनप्रतिनिधियों को भेजेंगी। याचिकाकर्ता वकील बाबूलाल नागर ने कचरे के दुष्प्रभाव पर मुख्यमंत्री को बहस करने की चुनौती दी। विरोध प्रदर्शन करने वालों में स्थानीय लोगों के साथ भाजपा और कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं।