एक जनवरी की रात भरतकूप थाना क्षेत्र के पतौडा रेल लाइन पर युवक का शव मिला था। दो स्थान से शव कटा होने पर प्रथम दृष्टया खुदकुशी माना गया, लेकिन शिनाख्त नहीं हुई थी। बाद में शव की शिनाख्त बांदा जिले के बिसंडा थाना क्षेत्र के चौसड़ निवासी रामकृष्ण के रूप में हुई। बुधवार को अपर एसपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने बताया कि एसओजी व थाना पुलिस टीम ने जांच के दौरान पाया कि हत्या कर शव फेंका है। मंगलवार की देर शाम को बाइक से रसिन बांध की ओर जाते समय पुलिस टीम ने शक होने पर विनोद को पकड़ लिया। बिना नंबर की बाइक व तीन मोबाइल बरामद हुए। इनमें एक मोबाइल मृतक रामकृष्ण का था।
पूछताछ और इनके मोबाइल से मिली जानकारी के अनुसार सुनैना के पति रामकृष्ण की जड़ी बूटी की दुकान है। घर के बगल में विनोद का आना जाना था। रामकृष्ण से भी विनोद की बोलचाल थी। सुनैना और विनोद में प्रेम हो गया। साजिश के तहत विनोद ने फोन कर नए साल की पार्टी के बहाने रामकृष्ण को बुलाया। भरतकूप के पतौडा रेल पटरी किनारे बैठकर शराब पी। इसके बाद रामकृष्ण के सिर में विनोद ने पत्थर से प्रहार कर मार दिया। लगभग 40 मीटर घसीटकर शव रेल पटरी रखकर भाग निकला।
पुलिस ने पत्नी और प्रेमी को पकड़ लिया है। हत्यारोपी विनोद ने बताया कि सुनैना के कहने पर वह पूरे घटनाक्रम की जानकारी वीडियो कॉल कर देता रहा। शराब पीने से लेकर पटरी पर शव रखने में कई बार वीडियो कॉल की। कई बार वीडियो कॉल से हत्या का राज खुला। इसके अलावा घटनास्थल पर दूर तक खून के छींटे और एक हाथ गायब होने पर शक हुआ। हत्यारोपी ट्रेन के गुजरने तक का इंतजार करता रहा। वीडियो काल से ट्रेन के आने पर रामकृष्ण के कटने के दृश्य को दिखाने के बाद वहां से लौटा था। बताया कि रामकृष्ण की पत्नी सुनैना तीन बच्चों की मां है। बडा बेटा 17 साल,दूसरा 14 साल का है। दोनों बेटे दूसरे प्रदेश मजदूरी करते हैं। हत्यारोपी विनोद शादीशुदा नहीं है।