हिन्दी दिवस पर नटराज संगीत महाविद्यालय कालू कुआं में साहित्यिक विचार गोष्ठी का आयोजन हुआ 

 

ब्यूरो मुन्ना बक्श न्यूज़ वाणी बांदा। विश्व हिन्दी दिवस पर आयोजित साहित्यिक विचार गोष्ठी का आयोजन नटराज संगीत महाविद्यालय कालू कुआं बांदा मे किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि मा0 श्री चन्द्रपाल जी( प्रथम अपर जिला न्यायाधीश -बांदा)तथा विशिष्ट अतिथि के रूप मे मा0 श्री विकास श्रीवास्तव जी (विशेष न्यायाधीश), मा0 श्री छोटेलाल यादव जी ( विशेष न्यायाधीश), मा0 श्री गुणेन्द्र प्रकाश जी ( पंचम अपर जिला न्यायाधीश), मा0 श्री भगवान दास गुप्ता जी ( सी0 जे0 एम0 बाँदा) मा0हेमन्त कुमार न्यायाधीश बांदा जी रहे । कार्यक्रम का शुभारंभ माॅं सरस्वती की अर्चना वंदना से हुआ।सभी विद्वानों ने हिन्दी को समृद्धशाली बनाने के सम्बन्ध मे “हिन्दी भाषा एकता एवं सांस्कृतिक गौरव की वैश्विक आवाज “विषय पर विचार रखे । और बताया अपनी मातृभाषा हिन्दी को समृद्ध बनाने के लिए गीता और रामायण जैसे ग्रंथों को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के साथ साथ सामाजिक मूल्यों में अपनी मातृभाषा को ज्यादा से ज्यादा अपने कार्यों में प्रयोग करने पर बल दिया जाय।तथा हिन्दी साहित्य के प्रचार प्रसार पर जोर देते हुए बताया आज हिन्दी दुनिया की सर्वाधिक बोले जाने वाली तृतीय भाषा हैं। हिन्दी दुनिया के विश्वविद्यालय में पढ़ाई जाने लगी हैं।आज विदेशों में अपनी कीर्ति मान स्थापित कर रही हैं।कार्यक्रम की अध्यक्षता आदरणीय डाॅ0 चन्द्रिका प्रसाद दीक्षित ” ललित” जी ने की । साहित्यकारों मे प्रो0 डाॅ0 रामगोपाल गुप्त जी, आदरणीय जवाहर लाल ” जलज”जी, विशिष्ट अतिथि आदरणीय शंकर जी सिंह उपसम्भागीय परिवहन अधिकारी प्रशासन बांदा, डाॅ0 जितेंद्र बाजपेई जी, डाॅ0 सुभाष जी, डाॅ शिवप्रकाश जी, डाॅ मनोज मृदुल जी, डाॅ धनन्जय सिंह जी, एल0 आई0 यू0 से डी0 पी0 सेगर जी ,राजेश तिवारी”रंजन”, जी , योगेश जी, श्री ठाकुर दास शर्मा “पंछी” जी, श्री आनन्द किशोर “मंजुल” जी, आदरणीय नरेन्द्र सक्सेना जी,दयानंद जी सहित सभी साहित्यकारों ने विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ कवि आदरणीय ठाकुर दास पंछी जी की दो पुस्तकों दोहा दर्पण और छंद माहिया का विमोचन माननीय न्यायाधीशों द्वारा किया गया।कार्यक्रम का सफल संचालन दीनदयाल सोनी ” स्वर्ण “जी ने किया । उपस्थित कवियों अपनी रचनाओं को सुनाकर कार्यक्रम में समां बांधा।डा.शिवप्रकाश सिंह जी ने कहा कलार्पण संस्था भारत देश भर में हिन्दी के क्षेत्र कार्य करने वाले साहित्यकारो व कवियों की डायरेक्टरी बनायेगी और ऐसे हिन्दी सेवियों को सम्मानित करेगी।कार्यक्रम के अंत मे सभी विद्वानों कवियों और सभी सम्मानित अतिथियों व साहित्यकारों को सम्मानित किया गया ।डा.धनंजय सिंह जी ने सभी उपस्थित माननीय न्यायाधीशों व कवि विद्वानों का आभार व्यक्त किया।

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