कानपुर में एक छात्र ने अपनी जान दे दी. मामला गुजैनी थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां 9वीं के छात्र ने अपने घर की तीसरी मंजिल पर बने कमरे में आत्महत्या कर ली. बच्चे को जब परिजनों ने देखा, तो उनके होश उड़ गए. परिजनों ने बताया कि हाल ही में छात्र की टीचर ने पढ़ाई में कमजोर होने की शिकायत बच्चे की मां से की थी. इससे वह बहुत परेशान था. स्कूल के टीचर उसे कमजोर कहकर छात्रों के बीच शर्मिंदा करते थे. उसके साथी छात्र भी उसे भगोड़ा कहकर उसका मजाक बनाते थे.
परिजनों ने आगे बताया कि शुक्रवार को छात्र की मां स्कूल फीस जमा करने गई थी. तभी स्कूल से लौटते वक्त टीचर ने छात्र के कमजोर होने की बात कही और बच्चे पर ध्यान देने की भी बात कही थी. घर आने के बाद जब मां ने छात्र को पढ़ाई के लिए कहा, तब से ही वह गुमसुम रहने लगा था. आत्महत्या की जानकारी जब पुलिस को लगी तो वह मौके पर पहुंची. पूछताछ में बताया गया कि छात्र का परिवार मूल रूप से कानपुर देहात के राजपुर का रहने वाला है.
छात्र के पिता कमल सिंह जम्मू में सेवा में सूबेदार हैं. वहीं उनकी पत्नी नीतू का बड़ा बेटा दिलखुश और छोटा बेटा कृष्णा, गुजैनी के तात्या टोपे नगर में रहते हैं. दिलखुश क्षेत्र के ही स्कूल में 9वीं में पढ़ता था. परिजनों ने बताया कि पढ़ाई में कमजोर होने की वजह एक टीचर लगातार बेटे को टोकती रहती थी. छात्र को स्कूल में भगोड़ा नाम से बुलाया जाने लगा था. शुक्रवार को बेटे ने मां को यह सब बातें बताईं. पुलिस का कहना है कि अगर परिजनों की ओर से शिकायत की जाती है, तो कार्रवाई जरूर की जाएगी.