बेकरी ओवन में विस्फोट, 13 कर्मचारी सड़क पर तड़पे

 

 

आगरा:  बेकरी का ओवन फटने से 13 से अधिक कर्मचारी गंभीर रूप से झुलस गए। इस दौरान अफरातफरी मच गई। झुलसे कर्मचारी रोड पर करीब 1 घंटे तक तड़पते और मदद की गुहार लगाते रहे। सूचना पर फायर ब्रिगेड की टीम और पुलिस पहुंची। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना दोपहर 1 बजे की हरीपर्वत के ट्रांसपोर्ट नगर में मेडले बेकर्स की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि झुलसे कर्मचारियों को अस्पताल ले जाने की बजाय पुलिस वीडियो बनाती रही। जब स्थानीय लोगों ने उन्हें पुलिस की गाड़ी में बैठाया, तब उन्हें एसएन मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया।

हादसे के समय मैनेजर जितेंद्र बेकरी में मौजूद थे। हादसे की सूचना मिलते ही कर्मचारियों के परिजन मौके पर पहुंचे। हादसे को लेकर हंगामा करने लगे। बेकरी में घुसकर तोड़फोड़ का प्रयास किया। पुलिस और स्थानीय लोगों ने उन्हें समझाकर शांत कराया। हंगामे की सूचना पर फोर्स के साथ एसीपी हरीपर्वत आदित्य कुमार मौके पर पहुंचे।  बेकरी के एक कर्मचारी ने बताया, ओवन की लंबाई 12 फीट, चौड़ाई 6 फीट और ऊंचाई 10 फीट थी। ये LPG गैस और बिजली दोनों से चलता था।

हादसे की वजह हाई-प्रेशर है। हादसे के वक्त मैं वहां से कुछ दूरी खड़ा था। भट्ठी के बगल में ओवन लगा था। उसमें ब्रेड बन रही थी। पास में ही कई कर्मचारी बैठे थे। तभी अचानक धमाका हुआ और आग लग गई। आवाज इतनी तेज थी कि पूरी बेकरी कांप उठी। हम लोगों को झटका सा लगा। वहां केवल धुंआ और आग दिख रही थी। लोग चीख-चिल्ला रहे थे। बचाने की गुहार लगा रहे थे। कुछ लोग जमीन पर पड़े तड़प रहे थे, तो कुछ झुलसे हुए लोग बाहर की तरफ भागे। मैंने सिक्योरिटी गार्ड और अन्य लोगों को बुलाया। सभी को कंधे पर लादकर बाहर निकाला गया।

बेकरी के बाहर झुलसे कर्मी काफी देर तक तड़पते रहे। कई के हाथ-पैर और चेहरे पर गंभीर घाव हैं। फैक्ट्री के ओनर का नाम शिखा शर्मा है, शिवम नाम का व्यक्ति भी फैक्ट्री चलाने में सहयोग करता था। सिलेंडर का प्रेशर ज्यादा होने की वजह से हादसा हुआ। यहां पर टोटल 45 लोग काम करते हैं। दो शिफ्ट चलती है। एक दिन में, एक रात में। कारीगरों ने बताया कि वह कई बार फैक्ट्री की मशीनरी को लेकर शिकायत कर चुके थे। लेकिन, उनकी सुनवाई नहीं हो रही थी। मैनेजर जितेंद्र चौधरी उनकी नहीं सुनता था।

डॉक्टरों का कहना है कि दो की हालत गंभीर है। सभी की जांच की जा रही है। प्लास्टिक सर्जन और क्रिटिकल केयर टीम उनका इलाज कर रही है।  फैक्ट्री में काम करने वाले अर्जुन ने बताया- ये हादसा ओवन फटने से हुआ। उस वक्त कर्मचारी ओवन के पास बैठे थे। मैंने बेकरी की मैडम से कई बार कहा था कि ओवन से खतरा हो सकता है। लेकिन, उन्होंने मेरी बात नहीं मानी और ये हादसा हो गया। कर्मचारियों के कपड़े समेत चमड़ा तक जल गया। उनकी हालत नाजुक है। सीनियर सेल्स ऑफिसर सुनील कुमार ने बताया कि सब लोग काम रहे थे, तभी अचानक से तेज धमाका हुआ। हम सब आए, तो कई कर्मचारी तड़प रहे थे। टेक्निकल फाल्ट की वजह से हादसा हुआ है।

सिक्योरिटी गार्ड नरेश कुमार ने बताया- सब कुछ नार्मल चल रहा था। ओवन फटने से आग लग गई। इसके बाद तेज विस्फोट हुआ। हादसा करीब 12: 58 मिनट पर हुआ। सारे मशीन नई थी। पता नहीं कैसे हादसा हो गया। आवाज सुनकर मैं ऊपर गया। सभी घायलों को लेकर नीचे लाया। उन्हें हॉस्पिटल पहुंचाया। थाना हरीपर्वत के इंस्पेक्टर आलोक कुमार सिंह ने बताया- हादसे में घायलों की पहचान हो गई है। अस्पताल में सभी का इलाज चल रहा है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.