जलगांव: महाराष्ट्र के जलगांव में एक अफवाह ने 13 लोगों की जान ले ली. उत्तरी महाराष्ट्र के जलगांव जिले में बुधवार शाम पुष्पक एक्सप्रेस में आग लगने की अफवाह कुछ यूं फैली कि यात्रियों ने ट्रेन से कूदकर जान बचाना ही बेहतर समझा. जान बचाने के चक्कर में जान चली गई. यात्रियों ने ट्रेन की चेन पुलिंग कर दी और बाहर भागने लगे. कुछ लोग ट्रेन से कूद गए.
वहीं कुछ यात्री पटरी पर इधर-उधर भागने लगे. इतने में दूसरे ट्रैक पर आ रही तेज रफ्तार कर्नाटक एक्सप्रेस ने उन्हें बुरी तरह से रौंद दिया. इस हादसे की चपेट में आकर 13 लोगों की मौत हो गई. ये हादसा इतना भयावह था जिसकी कल्पना करने मात्र से रूह कांप जाए. पटरियों पर हर ओर शरीर के अंग कटे पड़े थे. जिसने भी ये मंजर देखा वह बुरी तरह से सहम गया. हर तरफ लाशें ही लाशें और हाहाकार मचा हुआ था.
अब पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया गया है. पुष्पक एक्सप्रेस हादसे में घायल 9 यात्रियों को वृंदावन अस्पताल और विघ्नहर्ता पचोरा में अनुग्रह राशि वितरित की गई. इस हादसे के कुछ ही देर बाद स्थानीय लोग घायलों की मदद के लिए मौके पर पहुंच गए. इस हादसे को करीब से देखने वाले एक यात्री ने बताया कि चलती ट्रेन में अचानक ब्रेक लग गए. कुछ यात्री बोले कि एक डिब्बे में आग लग गई है.
जिसके बाद वहां अफरातफरी का माहौल बन गया. लोग खिड़की से कूदने लगे और गेट से बाहर भागने लगे. इतने में दूसरी ट्रेन आई और लोगों को रौंदते हुए निकल गई. लोगों को कुछ समझ ही नहीं आया. पुष्पक एक्सप्रेस हादसे पर पीएम मोदी ने दुख जताया है. उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि महाराष्ट्र के जलगांव में रेलवे ट्रैक पर हुए हादसे से दुखी हूं. मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदनाएं और सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं. अधिकारी प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए 5-5 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया है. वहीं रेलवे ने मृतकों के परिजनों के लिए 1.5 लाख और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के लिए 50-50 हजार और घायलों के लिए 5 हजार रुपए की आर्थिक मदद का ऐलान किया है.