विजिलेंस की टीम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत प्रवीण के 7 ठिकानों पर रेड की है। ये छापेमारी बेतिया, बगहा, समस्तीपुर, मधुबनी और दरभंगा में चल रही है। गुरुवार की सुबह पटना से विजिलेंस की टीम बेतिया पहुंची। जहां जिला शिक्षा पदाधिकारी के मुफस्सिल थाना क्षेत्र स्थित बसंत विहार के घर में कार्रवाई की गई है। घर से खाद रखने वाली बोरी से एक करोड़ कैश और गहने मिले हैं। नोट गिनने वाली मशीन से पैसों की गिनती जारी है।
आय से अधिक मामले में ये कार्रवाई की गई है। रजनीकांत प्रवीण नालंदा के रहने वाले हैं। समस्तीपुर में उनका ससुराल है। इनकी पत्नी स्कूल चलाती हैं। साली भी टीचर है। रजनीकांत 3 साल से बेतिया में पोस्टेड हैं। बेतिया में DEO ऑफिस के क्लर्क अंजनी कुमार के घर पर भी टीम पहुंची, लेकिन घर पर ताला लगा मिला। सभी लोग फरार हैं। कुल 7 ठिकानों पर रेड चल रही है। 40 सदस्यीय टीम छापेमारी में शामिल है।
बगहा के वाल्मीकि नगर में भी रजनीकांत प्रवीण के एक स्कूल में छापेमारी चल रही है। वहीं समस्तीपुर के बहादुरपुर में शिक्षा पदाधिकारी के ससुराल पर जांच एजेंसी ने दबिश दी है। जिला शिक्षा पदाधिकारी रजनीकांत सिंह की सास निर्मला शर्मा रिटायर्ड टीचर हैं, जबकि उनकी पत्नी सुषमा शर्मा समस्तीपुर के तिरहुत एकेडमी हाई स्कूल चलाती हैं। साली पूनम शर्मा समस्तीपुर के ही श्रीकृष्णा हाई स्कूल में टीचर हैं। दरभंगा में बिरला ओपन माइंड स्कूल के रजिस्टर को विजिलेंस की टीम खंगाल रही है।
रजनीकांत प्रवीण की पत्नी सुष्मा कुमारी दरभंगा, समस्तीपुर और बगहा में प्राइवेट स्कूल चलाती हैं। निगरानी विभाग के मुताबिक, रजनीकांत प्रवीण ने साल 2005 से लेकर अब तक लगभग 1.87 करोड़ रुपए की चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। यह संपत्ति उनकी 20 साल की सर्विस से मेल नहीं खाती है। यह संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित की गई है। रजनीकांत साल 2005 से नौकरी में है। दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी और अन्य जिलों में वे शिक्षा अधिकारी के रूप में काम कर चुके हैं। उन पर 19-20 साल की नौकरी में अपने पद का दुरुपयोग कर अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है।