76वां गणतंत्र दिवस: आसमान में अपाचे, धरती पर 5000 का जलवा

 

आज देशभर में 76वां गणतंत्र दिवस मनाया जा रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सुबह 10:30 बजे कर्तव्य पथ पर तिरंगा फहराया। 21 तोपों की सलामी दी गई। फिर परेड शुरू हुई। परेड की शुरुआत  द्रौपदी मुर्मू इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के साथ बग्घी में बैठकर कर्तव्य पथ पहुंची। उनसे पहले पीएम मोदी कर्तव्य पथ पर आए। पीएम ने वहां मौजूद गेस्ट से मुलाकात की।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु समारोह की अध्यक्षता करेंगी जबकि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबावो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। सरकार की ‘जन भागीदारी’ पहल के तहत 10,000 विशेष अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इन मेहमानों में सरकारी योजनाओं के लाभार्थी और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले लोग शामिल हैं।

इस गणतंत्र दिवस पर पहली बार तीनों सेनाओं की संयुक्त झांकी ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ थीम के साथ प्रस्तुत की जाएगी। यह झांकी सेनाओं के बीच तालमेल और एकता को प्रदर्शित करेगी। परेड की शुरुआत सुबह 10:30 बजे होगी और यह 90 मिनट तक चलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले राष्ट्रीय समर स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देंगे और फिर परेड का अवलोकन करेंगे।

परेड में 300 सांस्कृतिक कलाकार देश के पारंपरिक वाद्ययंत्रों पर ‘सारे जहां से अच्छा’ की धुन बजाएंगे। कार्यक्रम में 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों तथा 10 केंद्रीय मंत्रालयों की झांकियां ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ विषय पर आधारित होंगी। परेड के दौरान एमआई-17 हेलीकॉप्टर फूल बरसाएंगे। वहीं परेड में महिलाओं के योगदान को भी प्रमुखता दी जाएगी। तीनों सेनाओं की महिला अधिकारी ‘नारी शक्ति’ का प्रतिनिधित्व करेंगी।

भारतीय नौसेना की झांकी में स्वदेशी युद्धपोत और भारतीय वायुसेना की फ्लाई-पास्ट में राफेल, सुखोई-30 और अपाचे हेलीकॉप्टर आकर्षण का केंद्र होंगे। इस बार इंडोनेशिया की सैन्य अकादमी की टुकड़ी भी परेड में भाग लेगी। 61 कैवेलरी घुड़सवार दस्ता परेड का नेतृत्व करेगा, जबकि सेना के अत्याधुनिक हथियार जैसे टी-90 टैंक, ब्रह्मोस मिसाइल और पिनाका रॉकेट सिस्टम प्रदर्शित किए जाएंगे।

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