कानपुर। नवाबगंज के शिवदीन पुरवा कटरी नवाबगंज निवासी सुरेंद्र कुमार निषाद खेती व मजदूरी करता था। परिवार में मां लक्ष्मी, भाई संजू, संजीव, सुरेंद्र, नरेंद्र, सोनू और रवि है। भाई सुनील ने बताया कि दो मई को सुरेंद्र कटरी जाने के लिए कहकर निकला था। रास्ते में उसकी मुलाकात दोस्त जितेंद्र से हुई। इसके बाद वह दूसरे दोस्त कन्हई का फोन आने पर चला गया लेकिन इसके बाद से उसकी कोई जानकारी नहीं मिली। सुबह तक घर वापस न आने पर परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की। परिजनों ने बताया कि पांच महीने पहले सुरेंद्र व उसके दोस्तों का श्रीकिशन से विवाद हुआ था। इस दौरान गांव का छत्रपाल बीच-बचाव करने आया था। इसमें छत्रपाल का हाथ टूट गया था। इसके बाद से छत्रपाल सुरेंद्र से दुश्मनी मानने लगा था। परिजनों की मानें, तो इसके अलावा सुरेंद्र की किसी से कोई रंजिश नहीं थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और जांच में जुटी है।