आगरा। न्यूज़ वाणी।
हिंदी पत्रकारिता के इतिहास में भारतीय समाज और संस्कृति का मूल अंग रहे हैं। 30 में को पूरे भारत में हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है यह दिन पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने वाले पत्रकार के योगदान को सम्मानित करने और महत्वपूर्ण कार्य को पहचानने का दिन है ।
हिंदी पत्रकारिता का आरंभ 1826 में उदंत मार्तंड नामक अखबार के प्रशासन से हुआ था पंडित जुगल किशोर शुक्ल द्वारा प्रकाशित इस अखबार ने हिंदी पत्रकारिता की नीव रखी। उदंत मार्तंड अखबार में समाज को एक नया दिशा निर्देश किया जनता को जागरूक करने का कार्य किया। इसने हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। हिंदी पत्रकारिता ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।लोगों को स्वतंत्रता के लिए प्रेरित किया। और राष्ट्रीय भावना को प्रबल किया ।हिंदी पत्रकारिता ने समाज में सामाजिक सुधारो का भी बढ़ावा दिया। इंटरनेट और सोशल मीडिया के आगमन ने हिंदी पत्रकारिता को नया आयाम दिए ।अब खबरें तेजी से और व्यापक रूप से जन् जन तक पहुंचाई जा रही
हैं इसके अलावा प्रिंट मीडिया टीवी और रेडियो जैसे पारंपरिक माध्यम भी अपनी पहचान बनाए हुए हैं।
आधुनिक हिंदी पत्रकारिता के दिए आज बहुत सी चुनौतियां का पत्रकार बंधुओ का सामना करना पड़ता है उनके ऊपर राजनीतिक दबाव और उनकी आर्थिक समस्याएं इसके अलावा यह क्षेत्र तकनीक और प्लेटफार्म का उपयोग करके नई अफसर को भी बना रहा है पत्रकारों बंद होने सदा ही सत्य और निष्पक्षता के साथ अपने कार्य को किया उन्हें तमाम चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा। हिंदी पत्रकारिता को एक त्यौहार के रूप में मानना के पीछे आती है की पत्रकार भाइयों की अथक प्रयासों के लिए उनको सम्मानित किया जाए ।देखा भी गया है। की विभिन्न संस्थाएं और संगठनों द्वारा सेमिनार किए जाते हैं जहां पत्रकारों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित भी किया जाता है।
हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाने के पीछे हमारा आशय यह है की सभी प्रकार बांधों को सच्चाई और निष्पक्षता के साथ काम करते रहना चाहिए। हमें किसी भी समस्या का सामना करना पड़े उसके लिए हमें अपनी लेखनी पर रोक नहीं लगानी चाहिए क्योंकि एक सच्चा पत्रकार अपने समाज और देश को एक नई दिशा निर्देशित करता है और पत्रकार ही देश का वह आइना है जिसमें देश की छवि देखने को मिलती है। सभी प्रकार बंधुओ से हमारी अपील है कि आज के दिन हम सभी भाई शपथ ग्रहण करें कि निकट भविष्य में परिस्थितियों कितनी भी जटिल हो उनका डटकर मुकाबला करेंगे और सच्चाई की लेखनी को कभी रुकने नहीं देंगे जय हिंद जय भारत