पीपे का टूटने पर टला बड़ा हादसा, शिकायत करने के बावजूद नहीं चेते अधिकारी 

बांदा। गलौली/बारा पीपे के पुल में ठेकेदार/ पी डब्लू डी विभाग की लापरवाही से गार्डर टूटने से बड़ा हादसा टला।आवागमन बाधित होने के चलते क्षेत्रवासी परेशान जान जोखिम में डालकर निकल रहे क्षेत्रवासी !

ठेकेदार की बार बार शिकायतों के बाद भी अधिकारियों पर नहीं हुआ असर

बुंदेलखंड के जनपदो को जोड़ने वाला बारा गलौली पीपे के पुल में मंगलवार अचानक गार्डर टूटने से बड़ा हादसा टल गया। पुल के बीच में पिकप वाहन फस गया।जिससे बुधवार तक आवागमन बाधित रहा ।दो पहिया वाहन सवार जान जोखिम में डाल कर बगल से निकल रहे।

जगह जगह टूटे पटरे ,बगल से लगाया गया सेफ्टी तार पूरी तरह जर्जर है। ओवरलोड वाहनों से पुल पूरी तरह क्षतिग्रस्त है। पुल से निकलने वाले राहगीर जान जोखिम में डाल कर पुल पार करने को मजबूर है।बुंदेलखंड को जोड़ने वाले इस पुल से जनपद सहित बांदा, हमीरपुर,चित्रकूट,कानपुर,को जोड़ने वाले इस पुल सैकड़ों वाहन प्रतिदिन आवागमन करते है।

क्षेत्र के किसान नेता पुष्पेन्द्र सिंह चुनाले ने बताया कि पुल का ठेकेदार इतना निरंकुश और लापरवाह है कि बार बार शिकायतों के बाद भी उसके ऊपर कोई असर नहीं कारण इसका मुख्य कारण सत्तापक्ष के बड़े नेताओं से नजदीकियां और उनकी शह जिनकी वजह से क्षेत्र की जनता पुल से अपनी जान जोखिम में डालकर निकलने को मजबुर है !

पुल के आधिकारिक बंद होने का समय 15 जून है लेकिन ठेकेदार अभी से पुल की कोई मरम्मत नहीं कराता जिससे कि पुल जल्दी ही टूट जाए

जिले के हर अधिकारी से शिकायत के बाद भी ठेकेदार के खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जिससे उसके हौसले बुलंद हैं ! अभी कुछ दिनों पहले पुल के रास्ते खुदवा दिया किसान नेता चुनाले की शिकायत के बाद रात में ही मशीनों से रास्ते में मिट्टी डालकर रास्ता चालू करवा दिया था !

ठेकेदार की तानाशाही व लापरवाही से पूरा क्षेत्र त्रस्त है इसके खिलाफ बांदा जिला प्रशासन को कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए और पुल का ठेका किसी दूसरे ठेकेदार को देना चाहिए जिससे कि पुल से जनता का आवागमन सही तरीके से हो सके !

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