नालंदा: 23 अप्रैल 2024… अपने हाथों में पति के नाम की मेंहदी रचाए अर्निका ससुराल की दहलीज पर कदम रखती है। 19 साल की अर्निका की शादी उसके परिवार ने दीपनगर इलाके के चकदिलावर बदरूबिगहा गांव में रहने वाले दीनानाथ केवट नाम के शख्स के साथ बड़े धूमधाम से की थी।
पिता के घर से विदा हुई अर्निका की आंखों में अपनी नई गृहस्थी को लेकर सुनहरे सपने थे। पति से लेकर ससुराल के हर सदस्य का ध्यान रखने की जैसे उसके ऊपर धुन सवार थी। उधर अर्निका के परिवार को भी सुकून था कि उनकी बेटी ससुराल में खुश है। लेकिन, एक दिन अर्निका के मायके में उसके पति का फोन आता है।
अर्निका का पति दीनानाथ 3 जून को फोन कर उसके भाई से पूछता है कि क्या उनकी बहन वहां आई है? भाई के इनकार करने पर दीनानाथ बताता है कि उनकी बहन लापता हो गई है। ये सुनते ही अर्निका के मायके में कोहराम मच जाता है। उसके भाई, मां और सभी लोग तुरंत ससुराल पहुंचते हैं और अर्निका की तलाश में जुट जाते हैं। गांव से लेकर जंगलों तक में अर्निका को तलाशा जाता है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं मिलता। इस बीच 10 जून को अर्निका का भाई अपनी बहन को तलाशते हुए गांव के पास बहने वाली नदी पर पहुंचता है।
अर्निका का भाई उसे तलाश ही रहा था कि तभी उसकी नजर नदी के पास दुपट्टे के एक टुकड़े पर पड़ती है। पास जाकर देखने पर पता चलता है कि ये दुपट्टा तो अर्निका का है। दुपट्टे का थोड़ा सा हिस्सा बाहर था, जबकि बाकी जमीन के अंदर गड़ा था। अर्निका का भाई तुरंत पुलिस को फोन करता है। आनन-फानन में पुलिस की गाड़ियां मौके पर पहुंचती हैं औ उस जगह की खुदाई शुरू की जाती है। कुछ गहराई पर खोदते ही एक कंकाल नजर आता है। कंकाल के साथ एक बेडशीट भी मिलती है। अर्निका के परिवार वाले हैरान रह जाते हैं।
ये कंकाल अर्निका का ही था। उसके परिजन आरोप लगाते हैं कि अर्निका की हत्या उसके पति ने की है। पुलिस अभी तफ्तीश कर ही रही थी कि अर्निका के परिजन उसकी ससुराल पहुंचते हैं और दीनानाथ को पीटना शुरू कर देते हैं। मौके पर पहुंचकर पुलिस दीनानाथ को हिरासत में ले लेती है। इसके बाद एक कहानी खुलती है और इसमें सामने आता है, पति-पत्नी और वो का कनेक्शन। अर्निका के परिजनों के मुताबिक, दीनानाथ के एक महिला के साथ अवैध संबंध थे। एक दिन अर्निका किसी काम से बाहर गई और वापस आकर जब उसने बेडरूम का दरवाजा खोला तो उसका पति अपनी प्रेमिका की बांहों में था।
अपने पति को इस हालत में देखते ही अर्निका भड़क जाती है। उधर, पत्नी के सामने पोल खुलने से दीनानाथ भी सक पका जाता है। इसके बाद अपने आपको बचाने के लिए वो गला घोंटकर अर्निका की हत्या कर देता है। अब उसके शव को ठिकाने लगाने के लिए दीनानाथ अपनी प्रेमिका के साथ मिलकर नदी किनारे एक गड्ढा खोदता है। वहां अर्निका के शव को दफनाने के बाद वो उसके ऊपर एक केमिकल डालता है, ताकि लाश जल्दी गल जाए। अपनी साजिश को अंजाम देकर दीनानाथ अर्निका के भाई को फोन करता है और उसके लापता होने की फर्जी कहानी सुनाता है। अर्निका के परिजनों की शिकायत के बाद पुलिस ने दीनानाथ और उसके भाई को गिरफ्तार कर लिया है।