हमीरपुर, फ़रहान जाफ़री ! रानी लक्ष्मीबाई मोहल्ला निवासी नूरबक्श अपने बड़े पुत्र नफीस के बेटे के मुंडन संस्कार में बागी गांव गए हुए थे। नूरबरक्श के साथ उनकी पत्नी व बहू भी गए हुए थे। तभी घर में मौजूद छोटे बेटे 27 वर्षीय रईस व 25 वर्षीय उसकी पत्नी रोशनी, 4 वर्षीय बेटी आलिया, 15 वर्षीय भांजी रोशनी व उसकी 85 वर्षीय दादी शकीना की हत्या होने की खबर मिली। जिस पर आनन फानन सभी लोग वापस लौटे तो देखा कि रईस व उसकी दादी शकीना का शव गैलरी में पड़ा मिला था और बेटी आलिया व पत्नी रोशनी का शव बेड में लहूलुहान हालत में पड़ा मिला तथा भांजी का शव एक अलग कमरे में पड़ा मिला है। एक ही घर में पांच शव देखकर परिजनों के होश उड़ गए और कोहराम मच गया।
चीख पुकार सुनकर मोहल्ले के लोगों की भीड़ लगना भी शुरू हो गई। घटना की सूचना मिलने पर एसपी हेमराज मीणा, एएसपी संतोष कुमार सिंह तथा सीओ सदर अनुराग सिंह समेत कोतवाली प्रभारी केपी सिंह भारी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पहुंचे और जायजा लिया। घटना से पूरे शहर में सनसनी मची हुई है।