कानपुर- महाराजपुर थाने की पुलिस की थर्ड डिग्री से सहमे 16 साल के नाबालिग ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। परिवार के लोगों ने आरोप लगाया कि दो दिन पहले एक युवक का मोबाइल चोरी हो गया था। संदेह के आधार पर पुलिस घर से उठा ले गई। थर्ड दी, रात भर पीटा। इससे सहमे किशोर ने फांसी लगाकर जान दी।
महाराजपुर के गोरिया गांव में रहने वाले राजेंद्र पाल के परिवार में पत्नी रामबेटी, तीन बेटे बोनी, 16 साल का शिवा और सबसे छोटा शिवानंद था। राजेंद्र ने बताया कि पड़ोसी गांव उचटी में रहने वाले अमरनाथ का गांव के मैदान पर मोबाइल खेलने के दौरान मोबाइल चोरी हो गया था।
जहां पर लड़के मैच खेल रहे थे। वहीं पर उनका बेटा शिवा मवेशियों को चराने गया था। इसके चलते अमरनाथ ने शिवा पर मोबाइल चोरी का आरोप लगाते हुए तहरीर दी थी, जिसमें पुलिस ने शिवा को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी, परिवार वालों का कहना है कि मंगलवार को शिवा को कुलगांव पुलिस चौकी की पुलिस पकड़कर ले गई थी, जहां उसकी पिटाई की थी। परिवार वालों के बहुत मिन्नतें करने पर कई घंटे पिटाई के बाद उसे छोड़ दिया था। इससे शिवा घबरा गया था।
शिवा को घर पर छोड़ते हुए दारोगा और सिपाही कह रहे थे कि गुरुवार को मोबाइल न मिला तो इससे भी ज्यादा बुरा हाल करेंगे और जेल भेज देंगे.परिवार वालों ने बताया कि जब से पुलिस शिवा को छोड़कर गई थी, शिवा बहुत दहशत में था। रात में उसने खाना भी न खाया और भयभीत था। इससे सहमे शिवा ने सुसाइड कर लिया।
सुसाइड की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने किशोर का शव कब्जे में लिया और कार्रवाई शुरू की। परिवार और गांव के लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया और हंगामा किया। कहा कि पहले आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और मामले की उच्च स्तरीय अधिकारियों से जांच कराई जानी चाहिए।
तभी वे डेडबॉडी को उठने देंगे। हंगामे की जानकारी मिलने पर एसीपी और दूसरे पुलिस अधिकारियों के साथ आस पास के थानों की पुलिस गांव में पहुंच गई और अधिकारियों ने लोगों को समझाने बुझाने की कोशिश की लेकिन कोई फायदा नहीं। लोग किसी भी हालत में मानने को तैयार नहीं थे। वहीं मृतक की पारिवारिक बहन ने पुलिस को किशोरी की मौत का जिम्मेदार बताया।