फतेहपुर- जिले के असोथर थाना क्षेत्र के गांव सरकंडी के मजरे जीत सिंह का डेरा निवासी इंद्रसेन पाल साधरण किसान हैं। उनके बेटे संदीप कुमार पाल की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही विद्यालय में हुई थी। इसके बाद ज्ञान विद्या की प्रवेश परीक्षा में शामिल हुए उत्तीर्ण होने के बाद जिले सीतापुर के आवासीय ज्ञान विद्या कॉलेज भेज दिए गए।
वहीं से जूनियर हाईस्कूल स्तर से लेकर इंटर तक कि परीक्षा उत्तीर्ण की और एनडीए की परीक्षा में शामिल हुए और 26वीं रैंक पाकर भारत माता के प्रहरी बन गए। तीन साल की कड़ी ट्रेनिंग पुणे में और एक साल की ट्रेनिंग देहरादून सेंटर में पूरी करके 8 जून को माता-पिता के सामने देहरादून में लेफ्टिनेंट की वर्दी अधिकारियों के द्वारा पहनाई गई और माता पिता को भी सम्मानित किया गया।
बेटे को अधिकारी की वर्दी में देख कर माता पिता के खुशी के आंशू छलक पड़े। घर आने के बाद खुशियां मनाई गईं और मिठाईयां बांटी गईं। इंद्रसेन किसान है माता मंजू पाल सहायक अध्यापक हैं। पिता इन्द्रसेन ने बताया कि बेटा पढ़ाई में काफी तेज था और शुरू से हो सेना में जाने का मन बना चुका था। बेटे को सेना में अधिकारी बनते देख बहुत खुशी हुई है।