आगरा। आए दिन अखबार की सुर्खियों में रहने वाले आगरा विश्वविद्यालय एक बार फिर अखबार की हैडलाइन की सुर्खियों में आया है। डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान संस्थान की अध्यनरत एक छात्रा ने असिस्टेंट प्रोफेसर पर छेड़छाड़ मारपीट गाली गलौज के आरोप लगाए हैं।
प्राप्त सूत्रों के अनुसार, पालीवाल पार्क स्थित डॉ भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय कि समाज विज्ञान की एक छात्रा ने 24 में को स्टैंड प्रोफेसर डॉ राजीव वर्मा पर छेड़छाड़ करने गाली गलौज मारपीट के साथ जा सूचक शब्दों का प्रयोग करने की आरोप लगाए थे इस प्रकरण को कुलसचिव डॉक्टर राजीव कुमार ने संज्ञान में लेते हुए यूजीसी की गाइडलाइन के तहत विशाखा समिति गठित की और जांच विशाखा समिति को सौंपी गई। 27 में को पीड़ित छात्रा के बयान दर्ज किया इसके बाद छात्रा के साथी छात्राओं आई एम एस संस्थान के शिक्षक और कर्मचारी और अंत में आरोपित असिस्टैंड प्रोफेसर के बयान दर्ज किए गए। छात्र और आई एम एस संस्थान की शिक्षा और कर्मचारियों के के बयान विशाखा समिति की प्रभारी प्रोफेसर विनीता सिंह सदस्य उपकुलसचिव ममता सिंह अधिवक्ता नर्मता मिश्रा संस्थान के डॉक्टर रणवीर सिंह गो सदस्य सुमन के साथ दो छात्रा की मौजूदगी में बयान दर्ज किए। बयान दर्ज होने के बाद समिति ने अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंप दी लेकिन प्रकरण के 21 दिन बाद भी विशाखा समिति की रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। डॉक्टर राजेश कुमार ने बताया कि एक अन्य टीम को विशाखा समिति की रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की सिफारिश करनी है ।टीम के कुलपति प्रोफेसर आशुरानी को रिपोर्ट देने को कहा है जिससे अग्रिम कार्रवाई की जा सकेगी।