न्यूज़ वाणी ब्यूरो मुन्ना बक्श बांदा।पुलिस अधीक्षक ने न्याय का आश्वासन दिया तो अतर्रा थाने की पुलिस ने पीड़ित परिवार को ही बना दिया मुल्जिम। इस अजब गजब मामले का राजफाश करते हुए कथित दबंगों से पीड़ित दलित महिला ने एस पी को पुनः निम्नांकित प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
सेवा में, पुलिस अधीक्षक महोदय , निवेदन करना है कि प्रार्थिया सुकेता पत्नी राजाराम ग्राम बरेहड़ा थाना अतर्रा की निवासिनी है जो पांच जून को अपने घर में बाथरूम कर रही थी तो शिवबरन मेरी वीडियो बना रहा था , मेरे मना करने पर झपट पड़ा व बलवे की वीडियो बनाया। तभी शिवबरन व उसका लड़का अमित गाली गलौज देने लगे ।जब मैंने विरोध किया तो मेरी लड़की गायत्री उम्र चौदह साल पर बुरी नियत से झपट पड़े और बाल पकड़ कर जमीन पर गाड़ दिया। शिवबरन ने मेरा हाथ पकड़ कर बुरी नियत से घर के अन्दर पटक दिया। मैं अस्त व्यस्त हो गई । मैंने शोर मचाया तो मेरे पति गांव के अन्दर से आये तो शिवबरन व उसकी पत्नी सम्पत व लड़की मंजू मेरे पति के साथ गाली गलौज मारपीट करने लगे, मेरे कान का पर्दा फट गया और खून निकलने लगा। शिवबरन चीखता हुआ भाग निकला। मेरे पति ने 112 नम्बर डायल किया तो मौके पर पहुंची पुलिस से बंटवारे का विवाद बताने लगे। मेरा मंगलसूत्र व झुमके छीन लिए।गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देते हुए शिवबरन ने कहा कि मेरा पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ सकती। मैंने दरोगा जी को प्रार्थना पत्र दिया तो कहा कि मैं देख लूंगा। मैं फिर थाने गई तो दरोगा जी नहीं मिले। तो मैंने पुलिस अधीक्षक की शरण ली तो मुझे आश्वासन मिला। मैं आठ जून को फिर थाने गई तो न तो दरोगा जी मिले और ना ही मेरा फ़ोन उठाया। हल्का इन्चार्ज अरविन्द पाल से बात हुई तो कहा कि दस तारीख को आना। मैं गई तो बोले कि तुम्हारे व पति के खिलाफ मुकदमा लिखा है। मैं उसी दिन फिर से पुलिस अधीक्षक से मिली तो आश्वासन दिया कि तुम्हारा मुकदमा हट जायेगा और विपक्षी के खिलाफ मुकदमा मुकदमा लिखा जायेगा फिर भी पुलिस परेशान कर रही है।तब मैंने मुख्यमंत्री पोर्टल में शिकायत की लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। मैंने आज फिर पुलिस अधीक्षक को यह प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई है कि
विपक्षी हमें जान से मारने व फर्जी मुकदमा लगाने व मेरी जमीन कब्जाने में जुटे हैं। मेरा मुकदमा लिखकर कानूनी कार्रवाई करने की कृपा करें!