राजस्थान – जन्मदिन के दिन खाटू श्याम मंदिर ले जाने के बहाने विवाहिता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मामले में मृतका के भाई ने की तहरीर पर पति सहित पांच लोगों के खिलाफ दहेज के लिए आपराधिक षडयंत्र रचकर हत्या करने और फिर सबूत मिटाने की थाना सोजत सिटी जिला पाली राजस्थान में रिपोर्ट दर्ज कराई है। बिजनौर के गांव उदयपुर थाना रेहड़ निवासी यशपाल सिंह ने नौ साल पहले अपनी बेटी वर्षा की शादी जसपुर निवासी विशाल कुमार से की थी। यशपाल ने बताया कि शादी के बाद से ही ससुराली उसका उत्पीड़न कर रहे थे। 13 जून को वर्षा का जन्मदिन था। इस पर दामाद विशाल कार बुक कर उसे खाटू श्याम मंदिर घुमाने ले गया। 17 जून को विशाल घर लौटा और कहने लगा कि वर्षा राजस्थान में गायब हो गई। वर्षा से कोई संपर्क नहीं हो पाने और मोबाइल भी बंद आने से परिजनों को अनहोनी की आशंका होने लगी।
उधर, राजस्थान पुलिस ने एक मृतका की शिनाख्त के लिए फोटो सोशल मीडिया पर जारी किया, जिस पर परिजनों ने उसकी पहचान की। सोजत सिटी थाना प्रभारी गोपाल सिंह ने बताया कि 19 जून को वर्षा का शव थाना क्षेत्र से बरामद हुआ था। महिला की गोली मारकर हत्या करने के बाद शव को सड़क किनारे फेंक दिया था।
वर्षा के भाई हिमांशु कुमार की तहरीर पर पति विशाल, सास रजनी देवी, देवर अभिषेक, देवरानी अंजली निवासीगण जसपुर और कार चालक मन्नू निवासी गांव मडुआखेड़ा जसपुर के खिलाफ हत्या, आपराधिक षडयंत्र और साक्ष्य मिटाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि बृहस्पतिवार रात राजस्थान पुलिस ने जसपुर पहुंचकर विशाल और मन्नू को हिरासत में ले लिया। शुक्रवार को लंबी पूछताछ के बाद पुलिस दोनों को अपने साथ राजस्थान ले गई।
वर्षा का पति विशाल कुमार पेशे से अधिवक्ता है। हिमांशु कुमार ने अपने बहनोई विशाल पर किसी महिला से अवैध संबंध होने के कारण वर्षा की हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस इस कोण से भी मामले की जांच कर रही है। पुलिस का मानना है कि विशाल परिवार के किसी सदस्य को खाटू श्याम मंदिर के दर्शन के लिए नहीं ले गया। यहां तक वे अपनी सात साल की बेटी को भी घर ही छोड़कर गया। यह सभी षडयंत्र रचकर हत्या करने की ओर इशारा करता है।
सात साल की लक्षिका उर्फ परी ने जब से पिता विशाल द्वारा मां वर्षा की हत्या की खबर सुनी है, वह गुमसुम है। दादा-दादी के पास रह रही परी ने किसी से बात नहीं कर रही है। 13 जून को उसके पिता उसको दादा दादी के पास छोड़कर पत्नी के जन्म दिन पर खाटू श्याम मंदिर के दर्शन करने राजस्थान गए थे। पिता के वापस आने और मां के नहीं आने पर वह परेशान थी। 19 जून को मां की हत्या के जाने की खबर सुनकर गुमसुम है। 20 जून की रात्रि को राजस्थान पुलिस ने उसके पिता को पूछताछ करने के लिए हिरासत में ले लिया। मां का साया उठ जाने और पिता का संरक्षण नहीं मिलने से मासूम लक्षिका की परेशानियां बढ़ गई हैं।