ओंकार की बेवफाई नहीं सह पाई निखत: 30000 की दी सुपारी

नई दिल्ली: तीन साल की मोहब्बत और एक-दूसरे के साथ जीने-मरने की कसमें। कभी उसकी अदाओं पर लट्टू तो कभी उसकी मुस्कुराहट पर फिदा। एक-दूसरे के हाथों में हाथ और वो प्यार भरी बातें… दोनों की जिंदगी में जैसे बहारों का मौसम था। दोनों के प्यार के चर्चे भी फिजाओं में घुलने लगे थे। फिर ऐसा क्या हुआ कि अपने जिस आशिक से उसे इस कदर मोहब्बत मिलती थी, वो उसी के खून की प्यासी हो गई? जिस चेहरे में उसे कल तक अपनी जिंदगी की सारी खुशियां नजर आती थीं, उसने उसी चेहरे को बर्बाद करने की कसम खा ली। देश की राजधानी दिल्ली की ये कहानी रोंगटे खड़े करने वाली है।

तारीख थी 19 जून, वक्त शाम के तकरीबन 6 बजे और जगह दिल्ली का रनहोला विहार इलाका। अपने स्कूटर पर लौट रहे घर लौट रहे ओंकार नाम के शख्स पर पीछे से चाकू से हमला होता है। हमला करने वाले तीन लोग थे जो बाइक पर आए और चाकू से वार करने के बाद फरार हो जाते हैं। खून से लथपथ ओंकार किसी तरह दिल्ली पुलिस को फोन करता है और अपने ऊपर हुए हमले की कहानी बताता है। पुलिस मौके पर पहुंचकर पहले ओंकार को हॉस्पिटल पहुंचाती है और इसके बाद केस की छानबीन में जुट जाती है। हमलावरों ने मौके पर कोई सबूत नहीं छोड़ा था।

अब हमला करने वालों की पहचान के लिए सबसे पहले ओंकार के मोबाइल की टेक्निकल मॉनिटरिंग की जाती है। हमलावरों का रूट मैप तैयार होता है, तो एक आरोपी की लोकेशन द्वारका मोड़ के पास मिलती है। पुलिस तुरंत जाल बिछाती है और विकास नाम के एक हमलावर को गिरफ्तार कर लेती है। पूछताछ होती है तो बाकी दोनों आरोपियों रोहन और हर्ष उर्फ बाली के बारे में भी सुराग मिलता है। लेकिन, जब विकास इस हमले के पीछे की असली कहानी बयां करता है तो पुलिस के पैरों तले से भी जमीन खिसक जाती है।

विकास से पूछताछ में सामने आती है प्यार और बेवफाई की एक हैरत भरी कहानी। एक ऐसी कहानी, जिसके तार ओंकार की उस प्रेमिका के पास जाकर जुड़ते हैं, जिसे कुछ दिनों पहले तक वो हद से ज्यादा प्यार करता था। ओंकार की प्रेमिका निखत ने ही विकास और उसके दो साथियों को हमले की सुपारी दी थी। सुपारी भी केवल हमले की नहीं, बल्कि तेजाब डालकर ओंकार को चेहरा बर्बाद करने की। तुरंत पुलिस की एक टीम निखत के घर पहुंचती है और उसे गिरफ्तार कर लेती है। अब सबके सामने सवाल था कि आखिर निखत अपने ही प्रेमी ओंकार की जान की दुश्मन क्यों बन गई? और इस सवाल का जवाब खुद निखत सबके सामने बयां करती है।

निखत और ओंकार एक ही जगह पर ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर काम करते थे। निखत शादीशुदा थी, लेकिन अपने पति के साथ विवाद होने की वजह से वो अलग रहती थी। तीन साल पहले ओंकार से उसकी दोस्ती हुई और धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे के करीब आ गए। सब कुछ ठीक चल रहा था कि एक दिन निखत को पता चला कि ओंकार की किसी दूसरी लड़की से सगाई हो गई है। उसने जब इस बात का विरोध किया तो ओंकार ने धमकी दी, कि अगर वो उसके रास्ते में आई तो वह उन सारी पर्सनल तस्वीरों और वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल देगा, जिनमें वो दोनों साथ हैं।

बस यहीं से निखत ने तय कर लिया कि अगर ओंकार उसका नहीं हो सकता तो वो उसे किसी और का भी नहीं होने देगी। निखत को अपने एक दोस्त के जरिए विकास के बारे में पता चला, जो पैसे लेकर इस तरह के काम करता था। 30 हजार रुपए में सुपारी तय हुई और हमले के लिए तेजाब की बोतल खुद निखत ने अपने हाथों से विकास को दी। हालांकि, किसी वजह से विकास और उसके साथी तेजाब से ओंकार के ऊपर हमला नहीं कर पाए और उन्होंने चाकू मारकर उसे घायल कर दिया। निखत और उसके कहने पर ओंकार के ऊपर हमला करने वाला विकास अब पुलिस की गिरफ्त में है और बाकी दोनों हमलावरों के लिए टीमें छापेमारी कर रही हैं।

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