महिला बनी हैवान तीन साल की बच्ची के हाथ जलाए, थप्पड़ों से बुरी तरह पीटा

लखीमपुर खीरी जिले रमियाबेहड़ ब्लॉक के ग्राम मिझरिया में अंधविश्वास में एक तांत्रिक महिला ने मासूम पर बहुत अत्याचार किया है। महिला ने शैतान का साया बताकर तीन साल की बच्ची के दोनों हथेलियों को कंडे के बीच रखकर जला दिया। इसके बाद थप्पड़ों से पीटा, फिर तख्त पर पटक दिया। इससे मासूम की हालत बिगड़ गई और वह बदहवास होकर गिर पड़ी। परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए, जहां गंभीर हालत बता जिला अस्पताल भेज दिया है। परिजन तांत्रिक महिला के खिलाफ कार्रवाई कराने की बात कह रहे हैं।

ग्राम मिझरिया निवासी संदीप राज की तीन वर्षीय पुत्री माही को कई दिनों से बुखार की शिकायत थी। वह उनकी इकलौती पुत्री है। परिजनों का कहना था कि कई डॉक्टरों से इलाज कराया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बुखार के साथ ही माही को झटके आने लगे। मामला एक सप्ताह पुराना है।

 ग्रामीणों के कहने पर माही के परिजन उसे पड़ोसी गांव अभयपुर स्थित एक मंदिर ले गए। जहां पर एक महिला तांत्रिक ने मासूम को देखने के बाद उस पर तीन शैतानों का साया बता दिया। माही की मां सुमन ने बताया कि तांत्रिक ने तंत्र-मंत्र से बच्ची को ठीक करने का दावा किया। महिला तांत्रिक ने पहले उसकी जमकर पिटाई की। इसके बाद कंड़े से कई बार हथेली जलाई।

इसके बाद भी जब बुखार और झटके आने कम नहीं हुए तो उस महिला ने मासूम को कई बार तख्त पर भी पटका। हाथ जलाने और तख्त पर पटकने से मासूम बदहवास हो गई। माही के शरीर में किसी तरह की हरकत न होते देख तांत्रिक ने उसे घर ले जाने को कह दिया। रास्ते में ही माही की हालत और ज्यादा बिगड़ गई।
इसके बाद परिजनों ने माही का निजी अस्पताल में करीब पांच दिनों तक इलाज कराया। वहां कोई फायदा न होते देख चिकित्सकों ने उसे जिला अस्पताल भेज दिया। जिला अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि मासूम पर किसी तरह का कोई साया नहीं है, बल्कि वह दिमागी बुखार से पीड़ित है। मामला अभी तक पुलिस तक नहीं पहुंचा है। इस बाबत थानाध्यक्ष पढ़ुआ हरिकेश राय ने बताया, इस प्रकरण की कोई जानकारी नहीं है, यदि ऐसा कुछ हो रहा है तो संबंधित तांत्रिक पर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
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