पुलिस अफसरों को छवि सुधारनी होगी, ताकि महिलाओं-बच्चों और समाज में विश्वास पैदा हो: मोदी

पुणे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस में कहा कि महिलाओं को सुरक्षित महसूस कराने के लिए पुलिस को प्रभावी ढंग से काम करना होगा। उन्होंने कहा कि पुलिस अफसरों को हर वक्त अपनी छवि सुधारने के लिए काम करना चाहिए, ताकि समाज का हर तबके में विश्वास पैदा हो, खासकर बच्चों और महिलाओं में। प्रधानमंत्री का यह बयान हाल ही में महिलाओं अपराध की घटनाओं और इन्हें लेकर जनता के आक्रोश के बीच आया है।

मोदी ने कहा कि सक्रिय पुलिसिंग सुनिश्चित करने में तकनीक मददगार जरिया है। इसके जरिए आम लोगों की प्रतिक्रियाएं भी जुटाई जा सकती हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा है कि जब कभी पुलिसकर्मियों में संदेह की स्थिति पैदा हो, तो उन्हें अपने आदर्शों और उस भावना को याद करना चाहिए, जिसे लेकर वे सिविल सेवा की परीक्षा में बैठे थे। पुलिस को हमेशा देशहित में काम करना चाहिए, ताकि समाज के सबसे कमजोर और गरीब तबके का कल्याण किया जा सके।

शांति और सामान्य स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिसबल की तारीफ

मोदी ने सरकार की एक्ट ईस्ट पॉलिसी पर भी बात की। उन्होंने पूर्वोत्तर राज्यों के पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) से विकास कार्यों के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए ज्यादा प्रयास करने के लिए कहा। प्रधानमंत्री ने देश में शांति और सामान्य स्थिति बनाए रखने के लिए पुलिसबल की तारीफ की। उन्होंने अपील की पुलिस विभाग कॉन्फ्रेंस की भावना को छोटे से छोटे थाने तक ले जाए।

मोदी ने ट्वीट किया- कॉन्फ्रेंस लाभदायक रही
कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री ने ट्वीट में कहा, “54वीं डीजी-आईजी कॉन्फ्रेंस काफी लाभदायक रही। यहां चर्चाएं काफी व्यापक, गहन रहीं और हमने कई मुद्दों पर बात की। इस बार कुछ ब्रेक आउट सेशन भी हुए, जिनसे कुछ विशिष्ट मुद्दों पर ज्यादा विचार-विमर्श हो सका।”

Leave A Reply

Your email address will not be published.