फतेहपुर। न्यूज वाणी सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ भले ही महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर पुलिस महकमे को अंकुश लगाने का निर्देश दे रखे हों भले ही इनके आदेशों का पालन अन्य जनपदों मे हो रहा हो लेकिन जिले मे पुलिस सीएम के आदेशों को ताक मे रखकर मनमानी करने मे जुटी है। दुष्कर्म जैसे मामलों को छेड़खानी मे तब्दील करना आम बात हो गयी है। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को उस वक्त प्रकाश मे आया जब दुष्कर्म की पीड़ित जिला चिकित्सालय मेडिकल कराने पहंुची जहां पीड़िता को पता चला कि पुलिस ने सिर्फ छेड़खानी के लिए ही मेडिकल के लिए भेजा है जिस पर आक्रोशित होकर पीड़ित परिवार सरकार एवं पुलिस विरोधी नारेबाजी करते हुए जिला अस्पताल के बाहर रोड़ जाम कर दिया। बताते चले कि धाता कस्बा निवासी अशोक कुमार की पुत्री सीमा दोनो काल्पनिक नाम विगत 25 जून की सुबह कूड़ा फेंकने गयी थी वापस लौटते समय जैसे ही वह पड़ोसी युवक ने उसे पकड़ लिया और घर के अंदर ले जाकर जबरन दुष्कर्म किया जिसके बाद थाने पहुंचकर परिजनों ने दोषी के खिलाफ तहरीर दी जिस पर पुलिस ने दुष्कर्म मामले को मात्र छेड़खानी मे दर्ज करते हुए पीड़िता को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल भेजा जहां डाक्टर ने दुष्कर्म की मेडिकल करने से मना कर दिया। जब परिजनों ने इसकी वजह पूंछी तो डाक्टर ने कहा कि पुलिस ने सिर्फ मारपीट व छेड़छाड़ के लिए लिखा है यह बात सुन पीड़ित परिवार आक्रोशित हो उठा और जिला अस्पताल के अंदर सरकार एवं पुलिस विरोधी नारेबाजी करते हुए जिला अस्पताल के गेट के बाहर आकर रोड़ मे जाम लगाकर धरने मे बैठ गये। सूचना मिलते ही उपजिलाधिकारी, कोतवाली प्रभारी समेत भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गयी और दुष्कर्म का मेडिकल कराने का आश्वासन दिया जिसके बाद जाम खुल सका।