लखनऊ। भारत मे प्रति वर्ष 30 लाख व्यक्ति दिल के दौरे का शिकार होते हैं, उनकी जान बचाने के लिए आवयश्क है कि उन्हें इलाज मिलने में देरी न हो। यह बात स्टेमी इंडिया में डाक्टर साजिद अंसारी ने बताई।
स्टेमी इंडिया 2018 कार्यशाला में डाक्टर साजिद अंसारी ने बताया कि दिल की बीमारियों से बचने के लिए कसरत करे, फास्ट फूड, कोल्डड्रिंक, तली भूनी वस्तुओं के खाने से परहेज़ करना चाहिए, आज की बिगड़ी लाइफ़ स्टाइल से ह्रदयघात को दावत दे रहै हैं। डाक्टर अंसारी ने बताया कि जब भी सीने में दर्द उठे तो उसको गैस का दर्द नही समझना चाहिए औऱ कोशिश करे कि जल्द से जल्द निकटतम अस्पताल पहुँच कर ईसीजी कराए , जिससे यह साफ़ हो सके कि वास्तविकता बीमारी अथवा दर्द की वजह क्या है।
दौरा पड़ने के कारण डायबिटीज, ध्रूमपान, बल्डप्रेशर, जेनेटिक औऱ गड़बड़ खानपान हैं, हार्टअटैक से प्रतिवर्ष मरने वालों की अनुमानित संख्या 29 लाख हैं जिसमे आधिकांश 10 लाख लोग 40 से कम आयु के लोग होते है, वही विश्व स्वास्थ्य संगठन के आकड़ो के अनुसार 6 करोड़ हैं और उनमें भी दो करोड़ पेशंट चालीस वर्ष से कम आयु वर्ग के होते है। एक आंकड़े के अनुसार तीन सौ प्रतिवर्ष बढ़ी, जिसमें शहरी क्षेत्रों में चार प्रतिशत से बढ़कर बारह और ग्रामीण क्षेत्रों में दो प्रतिशत से बढ़कर बारह प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने को मिल रही हैं।
स्टेमी इंडिया और कार्डियो लॉजिकल सोसायटी आफ इंडिया, एसोसिएशन ऑफ फिजिशियन्स आफ इंडिया और स्टेट-सेव अलाइफ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तकनीकी एवं चिकित्सकीय शिक्षा केबीनेट मंत्री आशुतोष टण्डन ने डाक्टर साज़िद अंसारी को एक्सीलेंट वर्क रिकॉर्ड इन नन इनवॉइस कार्डियोलज़ी अवार्ड , अंगवस्त्र औऱ प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया।