लखनऊ । पारा क्षेत्र में 15 वर्षीय किशोरी का अपहरण कर 11 दिन तक अलग-अलग स्थानों पर बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म का मामला प्रकाश में आया। 10 दिन तक पीड़ित परिवार को थाने के चक्कर कटवाने के बाद पुलिस ने चार आरोपितों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर किशोरी को बरामद कर लिया। हालांकि आरोपित अभी भी पुलिस की पकड़ की दूर हैं। घटना के बाद से किशोरी और उसका परिवार दहशत में है।पारा क्षेत्र निवासी एक रिक्शा चालक के मुताबिक पांच मार्च की रात उसकी 15 वर्षीय बेटी कुछ सामान खरीदने निकली थी। इस बीच पड़ोस में रहने वाला दीपक रावत, शंकर, बेटी को धमकाकर जबरन बाइक पर बैठाकर ले गए थे। घंटे भर तक बेटी के न लौटने पर उसी खोजबीन की गई लेकिन कुछ पता नहीं चला। बाद में एक पड़ोसी से जानकारी हुई कि दीपक और शंकर ने बेटी का अपहरण किया है। वह पहले भी बेटी को परेशान करते रहे हैं। इसके बाद सात मार्च को थाने तहरीर लेकर पहुंचे, तो पुलिस ने बेटी को खुद खोजने की बात कहते हुए टरका दिया। करीब हफ्ते भर थाने के चक्कर काटते रहे पर पुलिस ने रिपोर्ट नहीं दर्ज की। मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई तो पुलिस ने 16 मार्च को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की। 17 मार्च को दुबग्गा स्थित एक मकान से बेटी को बरामद कर लिया।