न्यूज वाणी ब्यूरो
किरतपुर/बिजनौर। भ्रष्टाचार के खिलाफ एक अधिकारी को कार्रवाई करना उस वक्त भारी पड़ गया जब एक नेता के दबाव में अधिकारी का भी ट्रांसफर हो गया। ट्रांसफर से नाराज महिला कार्यकर्ताओं ने एसडीएम ऑफिस पर धरना प्रदर्शन करते हुए एक ज्ञापन भी सौंपा। तहसील नजीबाबाद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक संविदा कर्मी स्टाफ नर्स ने सरकारी आवास पर अपना कब्जा जमा रखा है। जबकि सरकारी आवास का किराया सर्वेश रानी के खाते से कट रहा है। संस्थागत प्रवेश की डिलीवरी जीरो हो जाने पर अधिकारियों द्वारा सर्वेश रानी को नोटिस जारी किया गया। जिस पर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता भड़क उठी जिन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को 28 सितंबर में एक प्रार्थना पत्र सौंपकर संविदा कर्मी से आवास खाली कराने को कहा था। बताया जा रहा है कि संविदा कर्मी ने अपनी पहुंच के बलबूते पर स्वास्थ्य विभाग में लगे भ्रष्टाचार की जांच कर रहे अधिकारी का ही ट्रांसफर करा दिया। ट्रांसफर एक स्वास्थ्य विभाग में फैले भ्रष्टाचार से परेशान होकर महिला कार्यकर्ताओं ने मोर्चा खोलते हुए तहसील परिसर में ही धरना देना शुरू कर दिया। महिलाओं ने आरोप लगाते हुए बताया कि एक तरफ जहां मोदी और योगी सरकार भ्रष्टाचार को खत्म करने पर लगी हुई है वही एक नेता के दबाव में अधिकारी भ्रष्टाचार को खुला न्यौता देने पर तुले हुए हैं। महिला कार्यकर्ताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं की गई तो वह धरना और हड़ताल के लिए मजबूर हो जाएंगी। मौके पर पहुंचे एसडीम ने अधिकारियों को अवगत कराकर समस्या के निस्तारण का आश्वासन दिया है।
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