वैज्ञानिकों ने कृषको को दी बेहतर उत्पादन कर दुगनी कमाई की जानकारी

फतेहपुर। न्यूज वाणी कृषि कल्याण अभियान के अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा एक दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमे वैज्ञानिकों ने पशुओं की होने वाली बीमारियों एवं कृषि उत्पादन की जानकारियां दी।
शुक्रवार को तेलियानी विकास खण्ड के ग्राम भरहरा मे कृषि कल्याण अभियान के अंतर्गत उद्यान विभाग द्वारा एक दिवसीय तकनीकी प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमे थरियांव कृषि केन्द्र के वैज्ञानिक डा0 देवेन्द्र स्वरूप द्वारा जुलाई माह मे पशुओं को शतप्रतिशत टीकाकरण कराये जाने को कहा गया जिससे पशुओं मे होने वाली बीमारियों से बचाया जा सके। उन्होनें विभाग द्वारा 15 अगस्त तक टीकाकरण एवं नस्ल सुधार हेतु कृत्रिम गर्भाधान निःशुल्क कराये जाने की जानकारी दी। डा0 साधना वैश्य द्वारा महिलाओं को गृहवाटिका की उपयोगिता एवं सब्जी फलों के द्वारा तैयार होने वाले वैल्युएडेट उत्पाद जैसे जैम, जैली, अचार, मुरब्बा आदि बनाने की तकनीकी बतायी गयी। डा0 नौशाद आलम द्वारा जैविक खेती मे प्रयोग किये जाने वाले सूक्ष्म जीवाणुओं की चर्चा करते हुए वर्मी कम्पास्ट तैयार करने की जानकारी विस्तार पूर्वक दी गयी। इसी तरह डा0 रामपलट वैज्ञानिक चन्द्रशेखर अजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्व विद्यालय कानपुर द्वारा बेराजगा युवाओं को रोजगार श्रजन अन्र्तगत मशरूम उत्पादन के तरीके बताते हुए कहा कि जनपद की जलवायु एवं मांग को देखते हुए बटन मशरूम के उत्पादन से कृषक अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। कृषि विभाग के प्रतिनिधि कैलाश पाल द्वारा कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी दी गयी। साथ ही उद्यान विभाग के पौधशाला प्रभारी धर्मेन्द्र सिंह द्वारा कलमी पौधों के महत्व की जानकारी दते हुए कहा कि विभाग द्वारा दिये जाने वाले कलमी पौधों को अपनी गृहवाटिका मे रोपित कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं। उद्यान विभाग के योजना प्रभारी विजय किशोर सिंह द्वारा उद्यान विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद मे मसालों की खेती के बढ़ रहे क्षेत्र को देखते हुए उद्यान विभाग मे खरीफ प्याज का बीज निःशुल्क वितरित किया जा रहा एनएचआरडीएफ भारत सरकार की संस्था है जिसके द्वारा तैयार एग्रीफाउण्ड डार्क रेड प्रजाति का बीज निःशुल्क दिया जा रहा है जिन कृषकों द्वारा खरीफ प्याज की खेती करनी है वह खतौनी, आधार कार्ड, बैंक पासबुक की छायाप्रति लेकर उद्यान विभाग मे सम्पर्क करें और बीज निःशुल्क प्राप्त कर सकते हैं। उद्यान विभाग को 500 बीघे मे खरीफ प्याज खेती कराये जाने के लक्ष्य निर्धारित हैं। श्री सिंह ने बताया कि खरीफ प्याज की खेती कर कम समय मे अधिक आमदनी प्राप्त की जा सकती है। इसके अलावा केला, अमरूद, आम आदि की खेती के साथ सह फसली फसल के रूप मे भी प्याज की खेती की जा सकती है। इस मौके पर कृषक फूलचन्द्र, सिद्धगोपाल, अमर सिंह, दुर्गा प्रसाद आदि मौजूद रहे।

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