ऑटो में बैठी युवती का पिता समेत अपहरण, गैंगरेप की कोशिश

धनबाद स्टेशन से शनिवार की रात ऑटो में बैठी बिहार के जमुई की रहने वाली नवविवाहिता और उसके पिता का अपहरण ऑटो चालक के गैंग ने कर लिया। अपहरण कर उसे झरिया के भालगढ़ा के जंगल की ओर ले जाया जा रहा था लेकिन विवाहिता की सूझबूझ से ऑटो सहित दो आरोपियों को लोगों ने भालगढ़ा जंगल के समीप धर-दबोचा। दो बदमाश भागने में सफल रहे। पकड़े गए बादमाशों से सिन्दरी डीएसपी प्रमोद कुमार केशरी ने पूछताछ की। फरार आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

झरिया के रहने वाले हैं सभी बदमाश-पकड़े गए बदमाशों में एक ऑटो चालक रमेश ठाकुर और दूसरा विक्की राम है। रमेश झरिया के इंदिरा नगर का रहने वाला है जबकि विक्की बालूगद्दा झरिया का है। पूछताछ में दोनों ने भागने वाले साथी का नाम बता दिया है। वे दोनों झरिया के ही रहने वाले हैं। एक का नाम बाबला और दूसरे का नाम तरुण है।

घटना पीड़िता के जुबानी-बिहार के जमुई गिद्धौर की रहने वाली  22 वर्षीया विवाहिता अपने 75 वर्षीय पिता के साथ इलाज कराने के लिए शनिवार की रात करीब एक बजे धनबाद स्टेशन पर उतरी। विवाहिता ने बताया कि रात होने के कारण बहनोई के घर सेन्द्रा बांसजोड़ा जाने का निर्णय लिया। शनिवार को मोकामा-हावड़ा ट्रेन से सीतारामपुर स्टेशन उतरे। वहां से सवारी गाड़ी से धनबाद स्टेशन उतरे। रात एक बजे ऑटो से सेन्द्रा बांसजोड़ा जा रहे थे। ऑटो चालक ने 50 रुपये प्रति यात्री की दर से भाड़ा तय किया। कहा कि रास्ते में दो-तीन यात्री को बैठा लेंगे। इसके बाद ऑटो पर तीन अन्य युवक सवार हो गए। सभी चालक के परिचित लग रहे थे। केन्दुआ आते ही चालक ने झरिया की तरफ ऑटो मोड़ दिया। पूछने पर कहा कि एक यात्री को छोड़ कर आते हैं। शक होने पर युवती ने अपने बहनोई को फोन कर दिया। इधर, चालक भालगढ़ा जंगल की तरफ ले जाने लगा। विरोध करने पर ऑटो पर सवार बदमाश उनसे मारपीट करने लगे। मोबाइल छीन कर फेंक दिया। जंगल के पास ऑटो रोक कर बदमाश उसे बाहर खींचने लगे। पिता को अपने कब्जे में ले लिया। ऐसा देख जब युवती चिल्लाने लगी तो पास के मंदिर से कुछ युवक दौड़े और बचाए। पीड़िता ने बताया कि बदमाशों की मंशा ठीक नहीं थी।

ऐसे पकड़े गए बदमाश-

भालगढ़ा झूमर बाबा मंदिर के समीप रहने वाले लोगों ने बताया कि हरि कीर्तन की तैयारी को लेकर रात दो बजे तक जगे थे। तभी युवती के चिल्लाने की आवाज सुनी। इस दौरान उसका फेंका गया मोबाइल भी मिला। तब शक गहरा गया। दौड़े तो देखा की चार युवक युवती को ऑटो से बाहर खींच कर जंगल की ओर ले जाना चाहते हैं। युवती उनसे जूझ रही थी। लोगों को आता देख दो भाग गए। दो बदमाश पकड़ लिए गए। तभी खोजते हुए झरिया और बोर्रागढ़ पुलिस भी पहुंच गई।विवाहिता ने कर दिया था बहनोई को फोन-केन्दुआ से ऑटो मुड़ते ही विवाहिता ने सेन्द्रा बांसजोड़ा में अपने बहनोई को फोन कर चालक और उसमें सवार युवकों की मंशा से अवगत करा दिया था। यह भी बता दिया था कि ऑटो केन्दुआ से झरिया की ओर ले जा रहे हैं। इतना सुनते ही बहनोई भी बाइक से अपने दोस्तों के साथ निकल गया था। इससे पूर्व उसने झरिया, बोर्रागढ़ और केन्दुआ पुलिस को फोन कर सूचना दे दी। पुलिस गश्ती दल भी रेस हो गया। इधर विवाहिता के फोन करने से बदमाश खफा हो गए। बदमाशों ने झूमर बाबा के मंदिर के पास उसका मोबाइल छीन कर फेंक दिया था। इससे कीर्तन की तैयारी में लगे लोगों का शक बढ़ गया। इसी दौरान विवाहिता ने चिल्लाना शुरू कर दिया।पिता घटना के बाद विवाहिता के पिता काफी भयभीत थे। उन्होंने कहा कि भगवान ने हमारी इज्जत और जान बचायी है। भगवान के भक्तों तक पुत्री की आवाज पहुंच गई और उनलोगों ने बचा लिया। नहीं तो कुछ भी हो सकता था। वे ज्यादा नहीं बोल पा रहे थे। विवाहिता भी काफी डरी थी। कहा कि वह बीमार चल रही है। धनबाद के नर्सिंग होम में इलाज कराने आती है। इलाज कराने ही आयी थी। बिना नंबर का है ऑटो जब्त ऑटो बिना नंबर का है। पुलिस यह पड़ताल कर रही है कि ऑटो किसके नाम से है। चारों बादमाशों का आपराधिक इतिहास भी पता लगा रही है। धनबाद स्टेशन से बिना नंबर का ऑटो चलना भी सुरक्षा के नियमों पर सवाल उठा रहा है।बोर्रागढ़ ओपी प्रभारी किसुन राम ने बताया कि अपराधियों की मंशा सही नहीं थी। लूट और दुष्कर्म के बाद हत्या भी कर सकते थे। पीड़िता की सूझ-बूझ और लोगों की सक्रियता से दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया है। फरार दो अपराधियों की तलाश की जा रही है।ॉ

सिंदरी से एसडीपीओ चालक प्रमोद कुमार केशरी ने बताया कि चालक सहित दो अपराधी पकड़ लिए गए हैं। पीड़िता के बयान पर मामला दर्ज किया जाएगा। सभी आरोपियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा।

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