फतेहपुर। न्यूज़ वाणी नफीस जाफरी फतेहपुर खागा कस्बा चैक चैराहे पर गुरूवार की सुबह हरदों अस्पताल ट्रेनिंग के लिए जा रही लगभग 50 वर्षीय आशा बहू को विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक ने रौंद दिया जिसे गम्भीर अवस्था मे उपचार के लिए सदर अस्तपाल लाया गया जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं सूचना देने के बावजूद भी एक घंटे तक पुलिस मौके पर नही पहुंची। उधर जिला चिकित्सालय मर्चरी हाउस मे पहुंची एक सैकड़ा आशा बहुओं ने मुआवजे को लेकर शव को नही उठने दिया। मुख्य चिकित्साधिकारी ने पहुंचकर मृतका की पुत्री को आशा बहू की नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया उसके बावजूद भी आशा बहुओं ने मौके पर डीएम को बुलाने की मांग करती रही। जानकारी के अनुसार खागा कोतवाली के ग्राम निहालपुर सहानी निवासी सोनेलाल की पत्नी शकुन्तला देवी जो आशा बहू के पद पर तैनात थी। बताते हैं कि हरदों सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे पांच दिन की ट्रेनिंग चल रही है जिसमे प्रतिदिन सभी आशा बहुयें ट्रेनिंग मे जाती है। बताया जा रहा है कि आज सुबह लगभग 9 बजे अपनी सहयोगी आशा बहू पूनम यादव के साथ पैदल हरदों अस्पताल की ओर जा रही थी जैसे ही वह चैक चैराहे पर पहुंची तभी विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक ने उसे रौंद दिया। घटना के बाद चालक मौके से भाग खड़ा हुआ। उधर साथ मे जा रही आशा बहू पूनम यादव ने तत्काल पीआरवी 100 नम्बर डायल कर दिया लेकिन एक घंटे तक पुलिस मौके पर नही पहुंची इस बीच शकुन्तला सड़क पर पड़ी तड़पती रही। तभी वहां मौजूद लोगों ने डीसीएम रूकवाकर गंभीर अवस्था मे महिला को जिला चिकित्सालय के लिए भेजा। यहां इमरजेंसी मे तैनात चिकित्सक ने आशा बहू को मृत घोषित कर दिया। वहीं साथी की मौत की खबर जैसे ही आशा बहुओं को लगी तो लगभग एक सैकड़ा आशा बहू सदर अस्पताल के मर्चरी हाउस पहुंच गयी। वहीं दोपहर बाद जब पुलिस पंचनामे के लिए पहंुची तो आशा बहुओं ने शव को उठाने से इंकार कर दिया और मौके पर आला अधिकारियों को बुलाने तथा मुआवजे की मांग करने लगी। सूचना पर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 वीके पाण्डेय मर्चरी हाउस पहुंचे और आशा बहुओं को आश्वासन दिया कि मृतका की एक पुत्री को आशा बहू मे नौकरी दी जायेगी। उसके बावजूद भी आशा बहुयें जिलाधिकारी को मौके पर बुलवाने तथा मुआवजे की मांग को लेकर अड़ी रही। मौके की नजाकत को देख महिला पुलिस समेत पुलिस बल सदर अस्पताल मर्चरी पहुंच गया। वहीं आश्वासन के बाद पुलिस ने शव को अपने कब्जे मे लेकर विच्छेदन गृह भेज दिया।