लखनऊ। पॉलीथीन, प्लास्टिक का गिलास या थर्माकोल के कप-प्लेट का इस्तेमाल करना अब भारी पड़ेगा। नगर निगम के सभी जोनों में जोलन अधिकारी के नेतृत्व में रविवार को अभियान की औपचारिक शुरुआत होगी। लेकिन सोमवार से पकड़े जाने पर न सिर्फ पॉलीथीन जब्त होगी बल्कि जुर्माना भी देना होगा।
ज्ञात हो कि शासन ने 15 जुलाई से पॉलीथीन पर प्रतिबंध का आदेश कर दिया है। इस क्रम में नगर निगम ने अपनी तैयारी पूरी कर ली है। सभी जोनल अधिकारियों को बाजारों में अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। बंदी के पहले दिन रविवार का अवकाश पड़ गया है लिहाजा इस दिन सघन अभियान नहीं चल सकेगा लेकिन सोमवार से जिला प्रशासन, नगर निगम व पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण विभाग की ओर से सघन अभियान चलाया जाएगा। पॉलीथीन, प्लास्टिक के गिलास या थर्माकोल के कप-प्लेट का इस्तेमाल करते या दुकानों पर स्टाक मिलने पर सख्त कदम उठाया जाएगा। नगर निगम के पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण ने कहा कि पहले दिन दुकानदारों को एक मौका और दिया जाएगा। लोगों को जागरूक करने के साथ चेतावनी भी दी जाएगी। इसके बाद जुर्माने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। पहली बार पकड़े जाने पर 500 रुपए का जुर्माना होगा। इसके बाद जुर्माने की धनराशि बढ़ती जाएगी।
पॉलीथीन के खिलाफ अभियान को सफल बनाने के लिए इस बार प्रदूषण नियंत्रण विभाग के छह कर्मचारी नगर निगम की टीम के साथ पूर्ण योगदान करेंगे। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी डा. राम करन ने कहा कि जब्ती के साथ यदि कहीं पॉलीथीन के कैरीबैग या प्लास्टिक के गिलास व थर्माकोल के कप-प्लेट बनाने वाली फैक्ट्री की जानकारी मिलेगी उसे सील करने की भी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल लखनऊ में कोई फैक्ट्री संचालित नहीं है। 13 फैक्ट्रियों को पहले ही बंद किया जा चुका है।
इससे पहले वर्ष 2016 में हाईकोर्ट के आदेश पर लखनऊ में पॉलीथीन के खिलाफ सख्त अभियान चलाया गया था। लगभग सभी जोनों में पॉलीथीन को जब्त करने के साथ जुर्माना भी वसूला गया था। लगभग 100 कुंतल पॉलीथीन जब्त हुई थी। लेकिन महज एक माह के अभियान के बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। इस बार मुख्यमंत्री के आदेश के बाद शासन से लेकर जिला प्रशासन सख्त है।
पॉलीथीन के खिलाफ अभियान के लिए टॉस्क फोर्स का गठन अभी नहीं हो सका है। नगर आयुक्त डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने कहा कि टॉस्क फोर्स के लिए भूतपूर्व सैनिकों को नियुक्त करने की प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हो सकी है। लेकिन भूतपूर्व सैनिकों के नियुक्त होते ही टॉस्क फोर्स को सक्रिय कर दिया जाएगा।पॉलीथीन के खिलाफ अभियान के बारे में जागरूक करने के लिए नगर निगम की ओर से शनिवार को भी सभी जोनों में रैली निकालकर गांधीगीरी की गई। गांधीगीरी का पोस्टर लेकर नगर निगम के कर्मचारी बाजारों में दुकानदारों को सरकार के आदेश की जानकारी दी। उनको पॉलीथीन से होने वाले पर्यावरण व स्वास्थ्य पर पड़ने वाले नुकसान की जानकारी भी दी गई। उनको पॉलीथीन के स्थान पर कपड़े, कागज व जूट के थैलों के इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त के मुताबिक पॉलीथीन के खिलाफ रविवार से अभियान की शुरुआत कर दी जाएगी। जोनल अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दे दिया गया है। अभियान में जिला प्रशासन के साथ प्रदूषण नियंत्रण विभाग के कर्मचारी भी शामिल रहेंगे।