आज हुई जीएसटी काउंसिल की 28वीं बैठक में कई अहम फैसले लिए गए हैं। इस बैठक में महिलाओं के लिए एक बड़ा फैसला लिया गया। जीएसटी से सैनिटरी नैपकिन को बाहर कर दिया गया है। यानी अब सैनेटरी नैपकिन पर कोई टैक्स नहीं लगेगा।
इसके अलावा बम्बू फ्लोरिंग पर जीएसटी दर को घटाकर 12 फीसदी कर दिया गया है। अब 5 करोड़ रुपए या ऊपर के टैक्स पेयर हो हर महीने रिटर्न फाइल करना होगा। वहीं 5 करोड़ रुपए तक के टर्नओवर वालों को तिमाही रिटर्न भरना होगा। बैठक के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘कई वस्तुओं को 28 प्रतिशत की स्लैब से निकालकर 18% में लाया गया है। 28% की स्लैब को खत्म कर देना चाहिए।’ सिसोदिया ने कई फैसलों पर आपत्ति भी जताई।
इससे पहले इस पर 12 प्रतिशत टैक्स लगता था। इसके अलावा परिषद ने 28% स्लैब से कई वस्तुओं की दर में कमी को मंजूरी दे दी है। वहीं परिषद ने सरल रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया को भी मंजूरी दे दी है। दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि चीनी उपकर पर कोई फैसला नहीं लिया गया।
पीयूष गोयल द्वारा वित्त मंत्रालय का भार संभालने के बाद जीएसटी काउंसिल की ये पहली बैठक है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘माल एवं सेवा कर परिषद की 28वीं बैठक में चर्चा की गई कि कैसे सहकारी संघवाद के अवतार के रूप में जीएसटी पारदर्शिता और ईमानदारी लाई है, और इसके कार्यान्वयन से 125 करोड़ भारतीयों को लाभ हुआ है क्योंकि इससे उत्पादों और सेवाओं की कीमतों में कमी आई है।’