न्यूज वाणी ब्यूरो
रामपुर-मिलक। मंगलवार को भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष आदेश शंखधार एवं सचिव मण्डी समिति मिलक सत्यवीर सिंह ने संयुक्त रूप से मण्डी समिति में पहुँच कर क्रय केन्द्रों की व्यवस्था देखी तो पता लगा कि वहाँ पर किसानों को बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है। दो केन्द्र प्रभारी अपने केन्द्र पर नहीं मिले तथा एक केन्द्र प्रभारी का व्यवहार बहुत गलत था। जिसके सम्बन्ध में जिला अध्यक्ष आदेश शंखधार ने जिला खाद्य विपणन अधिकारी डॉ अनुपम निगम को फोन करके अवगत कराया है तथा लिखित शिकायत भी ईमेल के माध्यम से भेजी है। जिसमें कहा गया है कि मण्डी समिति मिलक में कुल 08 गेंहूँ क्रय केन्द्र बनाए गए हैं तथा किसानों के बैठने हेतु उचित व्यवस्था कराए जाने के निर्देश जिलाधिकारी द्वारा दिए गए थे तथा निरीक्षण के दिन इसकी व्यवस्था भी की गई थी। लेकिन जब आज भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष आदेश शंखधार और सचिव मण्डी समिति मिलक श्री सत्यवीर सिंह ने संयुक्त रूप से क्रय केन्द्रों पर पहुँच कर व्यवस्था देखी तो वहाँ पर किसानों को बैठने की कोई भी व्यवस्था दिखाई नहीं दी तथा जो मॉडल क्रय केन्द्र बनाया गया था। वह हमें पूरी मण्डी समिति में कहीं भी दिखाई नहीं दिया। उत्तर प्रदेश राज्य खाद्य एवं आवश्यक वस्तु निगम की क्रय केन्द्र प्रभारी प्रगति पाडलिया तथा उत्तर प्रदेश कोऑपरेटिव यूनियन के क्रय केन्द्र प्रभारी परमेश्वरी दयाल अपने केन्द्र पर मौजूद नहीं थे। खाद्य निगम की विपणन शाखा के क्रय केन्द्र प्रभारी कौशलेन्द्र कुमार वर्मा से जानना चाहा कि अभी आपके केन्द्र पर कितने किसान आए हैं जिन्होंने अपना गेहूँ तौल कराया है इतना सुनते ही वह सचिव मण्डी समिति मिलक के सामने ही आग बबूला हो गए तथा झगड़े पर आमादा हो गए एवं अभद्र भाषा का प्रयोग करने लगे। जिससे हमें दुःख हुआ है कि एक ओर जिलाधिकारी सभी क्रय केन्द्र प्रभारियों को किसानों से नम्रतापूर्वक व्यवहार करने की बात कर रहे हैं वहीं कौशलेन्द्र कुमार वर्मा जैसे लोग जिलाधिकारी के आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं। प्रदेश सरकार की छवि को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इसलिए उक्त केन्द्र प्रभारी कौशलेन्द्र कुमार वर्मा को मिलक से तत्काल हटाया जाए तथा जो केन्द्र प्रभारी आज अपने केन्द्र पर मौजूद नहीं थे उनसे स्पष्टीकरण लिया जाए। सभी केन्द्रों पर किसानों के बैठने की तथा पीने के पानी की उचित व्यवस्था कराई जाए। इस शिकायत पत्र की प्रति जिलाधिकारी को भी ईमेल द्वारा ही भेजी गई है। जिसमें कार्यवाही की माँग की गई है।
Prev Post