फर्जी आईटी कंप्यूटर सेंटर खोल कर सेंटर संचालिका ने युवक -युवतियों से नौकरी के नाम पर की लाखों की ठगी- मुन्ना बक्श
अतर्रा-बाँदा । आधा सैकड़ा से ज्यादा बेरोजगार युवक-युवतियों से लाखो रुपए नौकरी के नाम पर ठगे
खुद को ठगी होने का शिकार हो जाने के बाद युवती ने थाना में सेंटर संचालिका के खिलाफ हंगामा करते हुए फ़र्ज़ी सेन्टर का भंडाफोड़ करते हुए तहरीर देकर फीस के तौर पर जमा की गई रकम को वापस दिलाने के साथ फर्जी आईडी सेंटर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है lकस्बे के बांदा रोड लाई मंडी के नजदीक पिछले 3 महीने से एक बंद कमरे में बिना बैनर एवं बोर्ड के आईटी सेंटर फतेहपुर की एक संचालिका के द्वारा चलाया जा रहा था l जिसमें विभिन्न कंपनियों में नौकरी देने का झांसा देते हुए लगभग 35 से ज्यादा बेरोजगार एवं अशिक्षित लड़के लड़कियों से कई लाखो रुपए अलग-अलग किस्तों में वसूल लिए गए l
थाना क्षेत्र के ग्राम दिखितवारा निवासी प्रभावती ने थाना पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसने 25 अप्रैल को अपनी सहेली कलावती के कहने पर आईटी कंप्यूटर सेंटर में संचालिका शांति देवी एवं निशा द्वारा एडमिशन करवाने पर 12800 रुपए एवं 15 दिनों बाद 4500 रुपए जमा किए l पीड़ित प्रभावती ने बताया कंप्यूटर सेंटर संचालिका शांति देवी के द्वारा 3 महीने की ट्रेनिंग करवाए जाने पर 4500 रुपए प्रतिमाह ट्रेनिंग वेतन के अलावा ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद 6000 रुपये प्रतिमाह कंपनी में नौकरी दिलाने का वादा किया गया था, लेकिन लगातार कंपनी के बारे में जानकारी पूछने पर सेंटर संचालिका शांति देवी ने भंडाफोड़ होने की आशंका होने पर प्रभावती को सोमवार को सेंटर से भगाते हुए कहीं शिकायत ना करने की धमकी दे दी थी l प्रभावती ने बताया कि उसके जैसे अशिक्षित एवं बेरोजगार 4 दर्जन से अधिक युवक युवतियो को फर्जी सेंटर के संचालिका ने अपने गिरोह के जाल में फंसा रखा है ,जिसमें उसके गांव की कलावती से 3500 रुपए, शालिनी से 3500 रुपए, सपना एव उसके पति से 25600 रुपये, पूनम (पुनाहुर ) से 12800 रुपये, परवीन खान से 13 हज़ार रुपये ट्रेनिंग व सेन्टर की फीस बताकर सेंटर संचालिका शांति देवी ने जमा कराया है l इसके अलावा सेंटर में फर्जी रजिस्टर तैयार करके अर्चना, अनुराधा, माया, निशा, अमृता देवी, आकांक्षा, लक्ष्मी देवी, अनुप्रिया, कुलदीप गुप्ता, सहित आधा सैकड़ा से अधिक युवक-युवती ठगी के शिकार हैं l प्रभावती,कलावती आदि ने बताया कि इनके गिरोह में कुल 4 लोग शामिल है जो नौकरी का झांसा देकर नए-नए बेरोजगार युवक-युवतियों से बिना बोर्ड एवं फर्जी कागजात तैयार करके ठगा जा रहा है l अतर्रा के अलावा नरैनी में पानी टंकी के नजदीक में एक,बबेरू में एक एवं बांदा में तीन अलग-अलग जगहों पर फर्जी कंप्यूटर सेंटर संचालित करके इस गिरोह में शामिल दर्जन भर लोग कई सैकड़ा लोगो को जाल में फंसाकर लाखों रुपए अभी तक कमा चुके हैं l सोमवार की शाम को प्रभावती ने थाना पुलिस में रोते बिलखते हुए तहरीर देकर संचालिका शांति देवी के खिलाफ हंगामा करते हुए अपने घर की गरीबी परिस्थिति को बताते हुए जमा कराए गए रुपयों को वापस कराने के साथ ठगी करने वाले गिरोह के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की है l
उधर आईटी सेंटर संचालित करने वाली संचालिका शांति देवी ने बताया कि यह कंप्यूटर सेंटर बांदा की उपशाखा है, बांदा में आईटी संस्थान के संचालक राम सिंह है, सेंटर में एडमिशन करा कर बच्चों को विभिन्न कंपनियों में नौकरी दिलाई जाती है l थाना इंस्पेक्टर अरविंद सिंह गौर ने तहरीर मिलने की बात को संज्ञान में ना होना बताया
कस्बे में इतना बड़ा ठग करने वाला गिरोह सक्रिय होने की जानकारी कस्बे में फैलने के बाद कोचिंग एवं प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले सैकड़ों युवक युवतियों में आक्रोश है l