यूपी के दमोह में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है जहाँ पर जमीन के टुकड़े के लिए भाई को जिंदा जलाने का मामला सामने आया है। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान झुलसे युवक की मौत हो गई। विवाद मां के हिस्से की जमीन के टुकड़े को लेकर था। मां के हिस्से में आधा एकड़ जमीन थी। इस जमीन पर आरोपी भाई मकान बना रह रहा था। इसी जमीन में आरोपी के भाई ने अपना हिस्सा मांगा था। पुलिस परिजनों के बयानों के आधार पर मामले की जांच कर रही है।घटना पिपरिया थाना रनेह की रविवार तड़के 3 बजे की है। आग में झुलसे 42 साल के बाबूलाल को गंभीर हालत में हटा अस्पताल लाया गया था। यहां से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान बाबूलाल ने दम तोड़ दिया था। मृतक के बेटे का आरोप है कि वारदात को ताऊ चाचा और उनके बेटों ने अंजाम दिया है।बाबूलाल के बेटे तीरथ ने पुलिस को बताया कि दादा की मौत हो चुकी है। उसकी दादी प्रेमरानी पहले बड़े पिता भगवानदास के साथ रहती थी लेकिन कुछ सालों से साथ ही रह रही हैं। उसके पिता ही पूरा खर्चा उठाते थे। दादी के नाम पर करीब आधा एकड़ से कम जमीन घर के पास है। इस पर बड़े पिता भैयालाल, चाचा कन्हैयालाल मकान बनवा रहे थे। पिता ने विरोध किया था और दादी की जमीन मांगी थी क्योंकि दादी उन्हीं के साथ रहती हैं और खाना पीना खर्चा उठा रहे थे।केरोसिन डालकर लगाई आग चिल्लाने पर पहुंची मां बेटे तीरथ ने कहा कि करीब 3 बजे जब पिता घर के बाहर सो रहे थे। तभी उनके सभी भाइयों और भतीजों ने मिलकर केरोसिन डालकर आग लगा दी। पिता के चिल्लाने पर मेरी मां बबीता बाहर आईं और पिता की आग बुझाने का प्रयास किया। इसमें उनकी साड़ी जल गई। इसके बाद हम लोग बाहर आए तो आग लगाने वाले भागते दिखे।पिता को हटा अस्पताल लेकर आए जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में उनकी मौत हो गई। अस्पताल चौकी पुलिस ने शव का पंचनामा बनाकर पीएम कराया और परिजन को सौंप दिया। ।