सरकारी धन की लूट का खेल शुरू, जेसीबी से प्रधान करा रहा मिट्टी खुदाई – गौशाला में मिट्टी पुराई के कार्य में जाब कार्ड धारकों से नहीं लिया जा रहा काम
अव्यवस्थाओं से घिरी गौशाला, कर्मचारी मनमानी पर उतारू
फतेहपुर।नफीस जाफरी गांवों की सरकार बनते ही एक बार फिर सरकारी धन की लूट का खेल शुरू हो गया है। इस कार्य में प्रधानों की मनमानी सामने आ रही है। तेलियानी विकास खण्ड की असवार तारापुर गौशाला में मिट्टी पुराई के कार्य में जाब कार्ड धारकों से काम नहीं लिया जा रहा है। गौशाला अव्यवस्थाओं से घिनी हुयी है। कर्मचारी अपनी मनमानी पर उतारू हैं।
तेलियानी विकास खण्ड के असवार तारापुर गौशाला में मिट्टी की पुराई के लिए लगाए गए मनरेगा मजदूरों से काम न कराकर जेसीबी व ट्रैक्टर से ग्राम प्रधान द्वारा काम कराया जा रहा है। अव्यवस्थाओं से घिरी गौशाला में जलभराव है। जिसकी मिट्टी की पुराई कराने के नाम पर काम चल रहा था। ग्राम प्रधान द्वारा जेसीबी व ट्रैक्टर से मिट्टी को किसी दूसरे को बेचा जा रहा था। मीडिया कर्मियों के पहुंचने के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई और उन्हीं के सामने पहली बार गौशाला में ट्रैक्टर से मिट्टी की पहली ट्राली भेजी गई। जबकि मजदूरों को केवल दिखाने के लिए साइट पर बैठा दिया गया। यह स्थिति तब है जब चंद कदम की दूरी पर गौशाला स्थित है और मनरेगा मजदूर लगाकर मिट्टी की पुराई का काम कराया जा सकता है लेकिन मनमानी के चलते ऐसा नहीं किया जा रहा और खानापूरी के लिए ही जॉब कार्डधारियों को काम पर लगाया गया है। यही हाल गौशाला का है। जहां पशुओं को खाने-पीने की समुचित व्यवस्था नहीं है। अव्यवस्थाओं का बोलबाला है। जिम्मेदारों की मनमानी व उदासीनता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीमार होकर मरे दो गौवंशों को दफनाने के बजाय कर्मचारियों ने उन्हें गौशाला के अंदर ही लोगों की निगाह न पड़ सके तो भूसा रखने वाले गोदाम के पीछे फेंक दिया। गौशाला की देखरेख करने वाले कर्मचारी कुंदन ने दो गौवंशों के न केवल मरने की बात बताई बल्कि यह भी कहा कि तेज धूप व बीमारी से जानवर मरते ही रहते हैं। प्रधान प्रतिनिधि मनोज पटेल ने गैर जिम्मेदाराना बातचीत करते हुए कहा कि गौशाला में मिट्टी की पुराई का काम मनरेगा मजदूर नहीं कर सकते। जिस तरह से गौशाला में काम जारी है और मनमानी की जा रही है उससे एक बात तो तय है कि सरकारी खजाने को चूना लगाने की पूरी तैयारी कर ली गई है।