आगरा-धमाचौकड़ी बंदरों से लोग अक्सर परेशान रहते हैं। कई बार राह चलते लोगों के साथ बंदर ऐसी हरकतों कर बैठते हैं कि सांस तक अटक जाती है। बंदर खाने-पीने की चीज समझकर अक्सर लोगों से बैग या पॉलीथिन छीनकर भाग जाते हैं। कई बार बंदरों द्वारा रुपयों से भरा बैग छीनने की खबरें भी सामने आ चुकी हैं। काफी मशक्कत के बाद यह बंदर बैग वापस तो कर देते हैं लेकिन तहस-नहस करके। तब तक लोगों को मालूम हो जाता है कि बैग में क्या था। यूपी के आगरा में भी एक बंदर ने कुछ इसी तरह का कारनामा दिखाया। यहां एक महिला ज्वैलर्स की दुकान से बैग लेकर निकली। महिला के हाथ में बैग देखकर बंदर उन पर झपट पड़ा। महिला से बैग छीना और फिर एक पेड़ पर बैठ गया। यह देखकर महिला की सांस अटक गई। इसके बाद काफी भीड़ जमा हो गई। बंदर को हर तरह से पोटा गया लेकिन वह नहीं माना। ये वाक्याआगरा के सर्राफा बाजार चौबे जी का फाटक के पास में एक महिला ज्वैलर्स के यहां से डेढ़ लाख हार खरीदकर घर लौट रही थी। ज्वैलर्स ने महिला को हार एक बैग में रखकर दे दिया। जैसे ही महिला दुकान से बाहर निकली तो एक बंदर अचानक आया और उन पर झपटा। महिला से बैग छीनकर एक पेड़ पर जाकर बैठ गया। काफी देर तक बंदर से बैग छुड़ाने की कोशिश जारी रही लेकिन वह नहीं माना। लोगों को इस बात की चिंता थी कि कहीं बंदर बैग न फाड़ दे। बंदर को खाने-पीने की चीजों का लालच दिया गया फिर बंदर टस से मस नहीं हुआ। करीब एक घंटे के बाद ने केला खाया और फिर उसके लिए फ्रूटी मंगाई गई। फ्रूटी पीने के बंदर ने बैग पेड़ से नीचे गिराया। तब जाकर महिला ने राहत की सांस ली।