न्यूज़ वाणी इटावा/ सैफई कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद ये आशंका व्यक्त की जा रही है कि तीसरी लहर (वेव) भी जल्द आ सकती है और इससे सबसे ज्यादा बच्चे प्रभावित होंगे। इस सम्बन्घ में उ0प्र0 आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के कुलपति प्रो0 (डा0) रमाकान्त यादव का मानना है कि तीसरी वेव बच्चों को अधिक प्रभावित कर सकती है। विश्वविद्यालय ने तीसरी वेव की आशंका के मद्देनजर सभी जरूरी तैयारियाॅ पूरी कर ली हैं। जिसमें सबसे पहले एक्सपर्ट चिकित्सकों की टीम बनाने के साथ 100 बेडेड् बच्चों का अस्पताल जरूरी आईसीयू सुविधाओं तथा अन्य जरूरी इक्विपमेंट के साथ तैयार कर दिया गया है। इसके साथ ही पिछले एक महीने से विश्वविद्यालय द्वारा सभी विभाग के चिकित्सकों को अनुमानित इस चुनौति से निपटने के लिए गंभीर ट्रेनिंग भी दिया जा रहा है। विश्वविद्यालय ने मई 2021 के अन्तिम सप्ताह से ही इस पर गंभीरता से काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 की पहली एवं दूसरी लहर के दौरान विश्वविद्यालय से हजारों कोविड पाजिटिव मरीज ठीक हुए हैं। इसमें कोविड की दूसरी लहर से प्रभावित मरीजों को ठीक होने के बाद पोस्ट कोविड सम्बन्धित अनेक हेल्थ काम्प्लिकेशन हुए जिसके लिए विश्वविद्यालय ने 100 बेडेड् पोस्ट कोविड वार्ड बना रखा हैं जिसमें पोस्ट कोविड मरीजों का इलाज पूरी तत्परता से किया जा रहा है।
इस सम्बन्ध में शिशु एवं बाल रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा0 राजेश यादव ने बताया कि कुलपति महोदय के दिशा निर्देशन में विश्वविद्यालय द्वारा कोविड-19 की तीसरी लहर को देखते हुए बच्चों के लिए डेडिकेटेड 100 बेडेड् पीआईसीयू जिसमें 50 बेड आईसीयू एवं 50 बेड् एचडीयू/आइसोलेशन के बनाये गये हैं जिसमें सामान्य कोविड संक्रमित बच्चों के साथ गंभीर रूप से कोविड संक्रमित बच्चों का इलाज किया जायेगा।नोडल आफिसर कोविड-19 पीडियाट्रिक अस्पताल डा0 दुर्गेश कुमार ने बताया कि कोविड-19 की तीसरी लहर की आशंका को ध्यान में रखकर पीडियाट्रिक कोविड की रोकथाम हेतु अभी तक 30 चिकित्सक एवं 25 नर्सिंग स्टाफ को गहन प्रशिक्षण दिया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि अगर बच्चों में बुखार, खांसी, सर्दी दिखती है तथा बुखार तीन दिन से ज्यादा रहे और घर में कोई कोरोना पाॅजिटिव हो तो प्राथमिकता के आधार पर कोविड टेस्ट जरूर करायें।