पानी से भरी बाल्टी में डूबी ढाई साल की बच्ची:चारपाई पर सोते समय करवट लेते ही सीधे बाल्टी में गिरने से बच्चीकी मौत, पिता ने कहा- बड़ी मिन्नतों से जन्मी थी घर की लक्ष्मी
यूपी के कानपुर में बुधवार को पानी से भरी बाल्टी में डूबकर ढाई साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई। बच्ची चारपाई पर सो रही थी। करवट लेते समय वह पास में ही रखी पानी से भरी बाल्टी में गिर गई। हादसे की जानकारी होने पर परिवार वाले मासूम को निजी अस्पताल ले गए। वहां भी चिकित्सक ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद परिवार और गांव में मातम है। यह पूरा मामला साढ़ थाना क्षेत्र के गेहरी गांव का है।इस हादसे के बाद बच्ची की मां माधुरी और पिता सोनू का रो रो कर बुरा हाल है। पिता सोनू ने बताया कि हमारी शादी के 6 साल बाद यह बच्ची हुई थी। भगवान से बहुत मिन्नतें करने के बाद यह बच्ची हुई थी। इसका नाम हम लोगों ने लक्ष्मी रखा था।गांव निवासी सोनू ने बताया कि बुधवार की शाम को वह खेतों से जब वापस लौट कर घर आया तो उसकी पत्नी माधुरी चाय बनाने के लिए रसोई में चली गयी। इस बीच सो रही ढाई साल की बेटी ने करवट ली और वह मुंह के बल पानी कि बाल्टी में गिर गयी। उस समय सोनू घर के बाहर दरवाजे पर बैठा था। वह जब 15 से 20 मिनट बाद घर के भीतर गया तो बेटी को पानी की बाल्टी में पाया। तत्काल बच्ची को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।जिस समय यह हादसा हुआ तब सोनू और उसकी पत्नी माधुरी के अलावा वहां कोई भी नहीं था। सोनू की मां पड़ोस में कीर्तन में गयी हुई थी। वहीं सोनू की बहन भी पड़ोस में खेलने गयी थी। मासूम जिस चारपाई पर सो रही थी। उसके नजदीक ही पानी से भरी बाल्टी रखी थी। जोकि बच्ची की मां ने अपने पति के नहाने के लिए रखी थी। सोते समय मासूम ने करवट ली तो वह चारपाई से नीचे पानी से भरी बाल्टी में गिर गई। इससे मासूम का दम घुट गया और उसकी मौत हो गई।माधुरी जब घर के अंदर आई तो उसने मासूम बेटी को बाल्टी में पड़ा देखा। उसकी चीख निकल गई। माधुरी ने मासूम को बाल्टी से बाहर निकाला। शोर-शराबा होने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। मासूम को आनन-फानन में निजी चिकित्सक के यहां ले जाया गया। जहां चिकित्सक ने भी उसे मृत घोषित कर दिया।