उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एमजी रोड पर स्पीड कलर लैब के पास फुटपाथ पर 26 जून की रात राजेंद्र यादव की हत्या बदमाशों ने नहीं की थीबल्कि उसकी पत्नी के प्रेमी ने वारदात को अंजाम दिया था। छानबीन में खुलासा हुआ कि राजेंद्र महिला का सातवां पति था जिसने उसे मारा वह आठवां आशिक था। पुलिस ने हत्यारोपी आशिक के साथ मृतक की पत्नी को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा है। उस पर साक्ष्य नष्ट करने का आरोप है।एसएसपी मुनिराज जी ने बताया कि 26 अप्रैल को एक युवक का शव मिला था। उसकी पहचान जसराना, फिरोजाबाद निवासी राजेंद्र यादव के रूप में हुई थी। घटना स्थल पर राजेंद्र की पत्नी और तीन बच्चे भी मिले थे। पत्नी जेमव ने पुलिस को बताया था कि चार लोग आए थे। उसके पति की हत्या करके भाग गए। महिला ने बच्चों को भी यह जानकारी दी थी। उन्होंने भी पुलिस को यही बताया था। राजेंद्र यादव कबाड़ी था। आगरा में आगरा फोर्ट के सामने झोंपड़ी में रहता था। उस रात वह कहीं बाहर से आया था। परिवार के साथ फुटपाथ पर ही रुक गया था।एसएसपी ने बताया कि एसपी सिटी बोत्रे रोहन प्रमोद के नेतृत्व में सीओ हरीपर्वत दीक्षा सिंह और इंस्पेक्टर हरीपर्वत अरविंद कुमार ने सीसीटीवी कैमरे खंगालने शुरू किए। उस समय पुलिस को यह जानकारी नहीं थी कि हत्यारोपी किस दिशा में भागा है। पुलिस ने लगभग 70 कैमरे खंगाले। सीसीटीवी खंगाले पर पुलिस को एक सुराग मिला। एक व्यक्ति भागता हुआ जा रहा था। पुलिस ने उसे शक के घेरे में लिया। उसका फुटेज राजेंद्र यादव की बेटी को दिखाया गया। उसने फुटेज देखकर बताया कि यह राजू उर्फ सुखदेव है। कबाड़ का काम करता है। उनके घर आया करता था। मां भी इसे जानती है। पुलिस को छानबीन में पता चला कि राजू पूर्व में पानीपत में किसी कबाड़ी के यहां काम करता था। पुलिस की एक टीम को वहां भेजा गया। जानकारी हुई कि वह मूलत: रायबरेली का निवासी है। पुलिस उसकी तलाश में जुट गई।राजू ने पुलिस को बताया कि वह जेमव से प्यार करता था। उसके साथ रहना चाहता था। राजेंद्र बीच में आ रहा था। जेमव भी उसे नहीं छोड़ना चाहती थी। उस रात गुस्से में उसने राजेंद्र के सिर पर छोटा वाला गैस सिलेंडर मार दिया था। उसके बाद वहां से भाग गया। जिस दौरान उसने हत्या कि राजेंद्र की पत्नी भी जाग रही थी। वह हत्या में प्रयुक्त सिलेंडर मौके पर ही छोड़ गया था। पुलिस ने जेमव को हिरासत में लिया। उसने बताया कि राजू ने पति को मार दिया। वह घबरा गई। उसने गैस सिलेंडर और खून से सने कपड़े कबाड़ में छिपा दिए थे। राजेंद्र से उसकी सातवीं शादी थी। इससे पहले वह अपने छह पतियों को छोड़ चुकी थी। राजेंद्र के साथ रहना चाहती थी। राजू बीच में आ गया। उसे प्यार करने लगा। वह उसके साथ नहीं रहना चहाती थी। इनकार भी किया मगर वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। उसे पति को मार डाला। उसे लगा वह भी फंस जाएगी कि इसलिए साक्ष्य मिटा दिए थे।