बता दे कि भारत की एक फर्माक्यूटिकल कंपनी ने शुक्रवार को कोविड की एक नई दवा को लेकर दावा किया है कि यह कोरोना संक्रमितों पर कारगर है और इससे अस्पताल में भर्ती होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं। कोविड-19 ड्रग मोलनुपिराविर के अंतिम चरण के ट्रायल में सकारात्मक नतीजे मिले हैं। इसके अनुसार यह कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती होने की संभावना काफी हद तक कम कर देती है साथ ही कम संक्रमण वाले मामलों में तेजी से रिकवरी के भी नतीजे आए हैं। मोलनुपिराविर के लिए ट्रायल भारत के विभिन्न कोरोना अस्पतालों में किया गया।2019 के अंत में चीन के वुहान से निकले कोरोना वायरस ने दो तीन माह में ही महामारी का रूप ले लिया। इसकी शुरुआत के साथ ही दुनिया भर में वैज्ञानिक व शोधकर्ता काम में जुट गए और घातक संक्रमण से निजात के उपायों पर रिसर्च होने लगा। टेस्टिंग से लेकर इलाज तक में तेजी से हुए रिसर्च ने कारगर वैक्सीन को सबसे पहले तैयार करने में मदद की। अब तक दुनिया भर में कोरोना वैक्सीनेशन की शुरुआत हो चुकी है।शुक्रवार सुबह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर में महामारी कोविड-19 के आंकड़ों को जारी किया। इसके अनुसार बीते 24 घंटों के दौरान 43,393 नए संक्रमितों की पहचान हुई और 911 संक्रमितों की मौत दर्ज की गई। वहीं इस अवधि में 44,459 रिकवरी भी दर्ज की गई।