राजस्थान ।जयपुर में मां से प्रेम संबंधों के शक में एक युवक ने मंगलवार रात अपने चाचा की हत्या कर दी। वारदात के बाद भतीजे ने 3 दोस्तों के साथ गाड़ी किराए पर ली। इसमें शव छिपाकर बुधवार को दिनभर घूमते रहे। देर शाम भांकरोटा इलाके में नाईवाला स्थित आनंद विहार आवासीय योजना पहुंचे। मिट्टी के ऊंचे टीले पर गहरा गड्ढा खोदकर शव को गाड़ दिया। इसके बाद राज ने अपने ताऊ महेश अग्रवाल को फोन मिलाया और कहा कि चाचा को मैंने मार दिया है। जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों ने भतीजे और उसके एक दोस्त खातीपुरा निवासी प्रकाश को धर-दबोचा। दो दोस्त फरार हो गए। भांकरोटा पुलिस ने देर रात तक पूछताछ की। आरोपियों की निशानेदेही पर गुरुवार को गड्ढा खुदवाकर शव को बरामद किया।
शशि अग्रवाल (50) अंडमान में रहकर कारोबार करता था। वह चार-पांच दिन पहले ही जयपुर के सिरसी रोड पर मनसा नगर (पैतृक आवास) आया था। उसने अपने बड़े भाई की पत्नी के नाम का टैटू हाथ पर बनवा रखा था। शशि राज अग्रवाल (20) की मां है। मनसा नगर में ही उसका भतीजा राज अग्रवाल भी अकेला रह रहा था। राज भी तीन-चार महीने पहले अंडमान निकोबार से जयपुर आया है। गुरुवार को ही शशि अग्रवाल राज को अंडमान निकोबार लेकर जाने वाला था। इसके पहले राज ने शशि की हत्या कर दी।
भांकरोटा पुलिस के अनुसार मंगलवार रात घर पर ही शशि अग्रवाल और उसके भतीजे राज ने साथ बैठकर शराब पी। जसवंत नगर खातीपुरा का रहने वाला उसका दोस्त प्रकाश (20) भी वहीं मौजूद था। बताया जा रहा है कि शराब के नशे में राज ने अपने चाचा शशि के हाथ की कलाई पर कुछ अंग्रेजी शब्दों के साथ मां के नाम का टैटू बना देखा। नशे में होने से बातचीत करते वक्त शशि अग्रवाल ने अपने भतीजे से कई बातें आपत्तिजनक कह डालीं। यह सुनकर राज आपा खो बैठा। उसने वहां रखी लोहे की रॉड से शशि के सिर पर वार कर दिए। फिर वायर से गला घोंटकर हत्या कर दी। रात भर शव को घर पर ही रखा। शराब पीता रहा। फिर दोस्तों के साथ मिलकर शव को छिपाने की योजना बनाई।
डीसीपी प्रदीप मोहन शर्मा ने बताया कि बुधवार को राज व उसके दोस्त प्रकाश ने अपने दो दोस्तों की मदद ली। वे एक टैक्सी को खुद ही चलाने के लिए किराए पर ले आए। इसमें शशि अग्रवाल के शव को डाला और भांकरोटा के आनंद आवासीय योजना में गाड़ दिया। खातीपुरा का रहने वाला उसका दोस्त प्रकाश भी गिरफ्तार हुआ है।