मध्य प्रदेश के भिंड में शनिवार सुबह करीब 5 बजे उपजेल के बैरक 6 और 7 की दीवार अचानक गिर गई। मलबे में 21 कैदी दब गए जिन्हें दूसरे कैदियों की मदद से जेल प्रशासन ने निकाला। सभी को चोटें आई हैं। इसमें से दो की हालत गंभीर है। एक को ग्वालियर रेफर किया है। घटना के बाद उपजेल से 234 कैदियों को ग्वालियर जेल शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है।
सुबह प्लास्टर गिरने की सूचना प्रहरियों ने जेलर को दी। कैदियों ने बताया कि बारिश की वजह से लगातार आ रहे पानी से पुरानी दीवार गिर सकती है। जेल प्रशासन कैदियों को बाहर निकाले जाने के लिए बैरक खोलने लगा तभी दोनों बैरकों की बारी-बारी से दीवार ढह गई। इसके बाद जिला प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन को जेल प्रबंधन की ओर से सूचना की गई और एम्बुलेंस बुलाई गई।
घायल कैदियों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया। यह सूचना पर जेल बंद बंदियों के परिजन भी पहले जेल और फिर अस्पताल पहुंचे। जेल की दीवार गिरने की जानकारी पर भिंड कलेक्टर डॉक्टर सतीश कुमार एस और एसपी मनोज कुमार सिंह भी मौके पर पहुंच गए।
यह जेल का निर्माण 1958 में हुआ था। तत्कालीन समय में जेल में 172 कैदी रखे जाने की व्यवस्था थी। अब इस दो मंजिला उपजेल के छोटे-छोटे बैरक में 50 से 60 कैदी रखे जा रहे हैं। वर्तमान में 256 कैदी बंद हैं।भिंड उपजेल के जेलर ओपी पांडेय ने बताया कि मैंने जेल की दीवार में पानी का रिसाव को लेकर लोक निर्माण विभाग को पत्र लिखा है। दीवार पानी के रिसाव के कारण गिरी है। समय रहते कैदियों को बाहर निकाला गया। 21 बंदी घायल हुए हैं।
भिंड के कलेक्टर डॉक्टर सतीश कुमार एस ने बताया कि जेल की दीवार गिरने से बंदी घायल हुए। इस घटना की जांच कराई जाएगी। फिलहाल सभी घायल को उचित उपचार का प्रबंधन किया जा रहा है।