राजस्थान के बाड़मेर के बालोतरा में अवैध संबंधो के चलते एक पत्नी ने दो प्रेमियों के साथ मिलकर अपने पति की हत्या करवा दी। पुलिस ने दो दिन पहले हुए ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफ़ाश करते हुए महिला और उसके दो प्रेमियों को गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी धनफूल मीणा ने बताया कि दरअसल दो दिन पहले बालोतरा निवासी यूसुफ खान (44) पुत्र हमीर खान का शव मूंगड़ा में मिला था। युसूफ खान की पत्नी जरीना बानो का पड़ौसी प्रेमी अलाउद्दीन (21) और समदड़ी थाना निवासी बरकत खान पुत्र उस्मान खान के साथ पिछले आठ माह से अवैध संबंध थे।
करीब एक माह पहले बरकत और जरीना को आपत्तिजनक स्थिति में उसके पति यूसुफ ने देख लिया इसके बाद बरकत से झगड़ा करके भगा दिया। इसके बाद जरीना का बरकत से मिलना-जुलना बंद हो गया। करीब 15 दिन पहले जरीना बानो, अलाउद्दीन और बरकत खान ने मिलकर यूसुफ को बीच से हटाने का प्लान बनाया। योजना के मुताबिक इन तीनों ने युसूफ की मर्डर कर दिया।
पुलिस के अनुसार बरकत यूसूफ का रिश्तेदार था और युसूफ के घर पर ही रहता था। यूसुफ शराबी प्रवृत्ति का था। जरीना बानो और यूसुफ के बीच में हमेशा झगड़ा होता रहता था। इससे जरीना और बरकत के बीच संबंध बन गए थे। इन दोनों को साथ देखने के बाद यूसुफ ने बरकत को घर से निकाल दिया था।
गत रविवार की रात को अलाउद्दीन जोधपुर से बालोतरा की तरफ आया। बरकत ने अलाउद्दीन से फोन कर कहा कि आज युसुफ को रास्ते से हटाना है। अलाउद्दीन युसूफ को घर से मोटरसाइकिल पर बिठाकर बालोतरा नए बस स्टैंड लेकर गया वहां युसूफ को शराब पिलाई।फिर वहां से उसे मूंगड़ा गांव लेकर गया वहां पर फिर शराब पिलाई। वहीं पास कॉलेज के पीछे सुनसान जगह पर ले गया। तब तक अधिक शराब पीने के कारण यूसुफ बेहोशी की हालत में था। मौका देखकर युसूफ के सिर पर पत्थरों से वार किया।युसूफ कहीं जिंदा न रह गया हो इसके लिए उसकी गर्द को भी दबाकर तोड़ दिया। इसके बाद अलाउद्दीन घटनास्थल से करीब 30 मीटर दूरी तक शव को सड़क पर घसीटते हुए ले गया। जहां उसने चारदीवारी के बाहर शव डालने का प्रयास किया लेकिन समीप ही मेगा हाइवे पर वाहनों की आवाजाही को देखते हुए पकड़े जाने के डर से शव को वहीं छोड़कर भाग गया।
पुलिस को 2 अगस्त को मूंगड़ा गांव के पास सुनसान जगह पर संदिग्ध अवस्था में एक शव मिलने की सूचना मिली थी जिसके सिर पर पत्थरों से वार कर हत्या की गई थी। प्रथम दृष्टया हत्या करना ही सामने आया था। इस पर पुलिस ने पचपदरा और बालोतरा थाने से तीन अलग-अलग टीमें बनाकर जांच शुरू की और सीसीटीवी फुटेज और आसपास के लोगों से पूछताछ करने के बाद मंलगवार को दो संदिग्ध को पकड़ा था।