अब यूपी में कोरोना की तीसरी लहर की हुई आहट,मुंबई से लखनऊ आए 11 यात्री समेत 16 मिले संक्रमित   

यूपी।  स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार  गुरुवार को लखनऊ में 6 संक्रमित मिले थे। लेकिन गुरुवार शाम को ​​​मुंबई से आई लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस ट्रेन से उतरे 11 यात्रियों की एंटीजन रिपोर्ट भी पॉजिटिव मिली है। इसके अलावा बलरामपुर अस्पताल की ओपीडी में रेंडम टेस्टिंग में 5 मरीज पॉजिटिव मिले हैं।ये इसलिए चौंकाने वाला है क्योंकि बीते दो दिनों नए केसों की संख्या लगातार बढ़ रही है। पूरे प्रदेश में गुरुवार को सिर्फ 34 नए मरीज बताए गए हैं। प्रदेश में 3 मौतें हुई हैं।

लखनऊ में गुरुवार शाम को एलटीटी एक्सप्रेस से 200 यात्री चारबाग स्टेशन पर उतरे। जांच से बचने के लिए बड़ी संख्या में यात्री चारबाग जंक्शन होते हुए बाहर चले गए। स्टेशन पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग की टीम उनका कोरोना टेस्ट नहीं कर सकी।इस दौरान स्वास्थ्य कर्मी केवल 70 यात्रियों का ही एंटीजन टेस्ट कर सके, जिसमें मुम्बई से आए 11 यात्रियों में कोरोना वायरस पाया गया। सभी का आरटीपीसीआर सैम्पल लेकर केजीएमयू भेजा गया है। इनके सैंपल की जीनोम सीक्वेंसिंग भी कराई जा रही है।

लखनऊ में गुरुवार को फोकस टेस्टिंग शुरू की गई। इस दौरान ओपीडी में आने वाले मरीजों का एंटीजन टेस्ट किया गया। बलरामपुर अस्पताल में ओपीडी में इलाज के लिए आए 5 मरीजों में वायरस की पुष्टि हुई। राजधानी में फोकस टेस्टिंग कर 3 हजार लोगों की जांच की गई।

जिन राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर 3 फीसदी तक है वहां से आने वाले लोगों की आरटीपीसीआर रिपोर्ट अनिवार्य है। इसके अलावा यदि वैक्सीन की दोनों डोज का प्रमाणपत्र है, तो जांच की जरूरत नहीं है। लेकिन, बाहर से आने पर सात दिन क्वारंटाइन रहने की सलाह दी गयी है। इन राज्यों में मेघालय, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, महाराष्ट्र, गोवा, उड़ीसा, आंध्रप्रदेश, मिजोरम, केरल आदि हैं।

प्रदेश में अलीगढ़, अमेठी,बदायूं, एटा, हाथरस, पीलीभीत, महोबा, सीतापुर और प्रतापगढ़ में कोरोना के सक्रिय मामले शून्य है। यानी यहां पर कोरोना के एक भी मरीज नहीं रह गए हैं। इसके अलावा 56 जिलों में गुरुवार को एक पॉजिटिव केस नहीं मिला है।

राजधानी लखनऊ के सिविल अस्पताल के निदेशक डॉ सुभाष सुंदरियाल ने बताया कि हमें दूसरे राज्यों से रहे यात्रियों पर फोकस करना होगा। हम उन्हें बिना टेस्ट किए रेलवे स्टेशन से बाहर नहीं जाने दे सकते। फोकस टेस्टिंग पर जोर जरुरी है। तीसरी लहर का खतरा साफ मंडरा है। प्रदेश में हमने स्थितियों को नियंत्रण में रखा है पर आगे भी इसे बरकरार रखना होगा।पॉजिटिव केस की जीनोम सिक्वेंसिंग और वैक्सीनेशन को तेजी से बरकरार रखना होगा।

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