फतेहपुर। न्यूज वाणी प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्य नाथ ने भले ही महिलाओं पर होने वाली अपराधिक घटनाओं पर विराम लगाने और ऐसे मामलों को गंभीरता से लेकर सख्त कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये हैं लेकिन उनके इस फरमान का असर भले ही प्रदेश के अन्य जनपदों मे दिख रहा हो लेकिन जनपद मे दुष्कर्म जैसी घटनाओं को अंजाम देने वाले आरोपियों पर कार्यवाही किये जाने के बजाय पुलिस उल्टा पीडित को ही थाने से ही भगाने का काम करने और मामले को सुलह समझौता बनाने का दबाव बनाती है जिससे पीड़ित को न्याय मिलना मुश्किल हो जाता है। ऐसा ही एक मामला भाभी के साथ अवैध सम्बन्ध को छिपाने और दहेज की मांग पूरी न होने के चलते पति ने अपने दोस्त से पत्नी के साथ कराया दुष्कर्म के मामले मे जब इलाकाई पुलिस द्वारा आरोपियों पर कार्यवाही नही की गयी और थाने से उसे भगा दिया गया जिस पर पीड़ित पिता ने पुत्री के साथ पुलिस अधीक्षक राहुल राज से मिलकर न्याय दिलाये जाने की गुहार लगायी।
मंगलवार को मलवां थानाक्षेत्र के ग्राम मेवली बुजुर्ग निवासी श्रीकान्त (नाम काल्पनिक) ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए अवगत कराया कि उसकी पुत्री राधिका देवी (नाम काल्पनिक) की शादी 11 मई 2018 को अपने हैसियत के मुताबिक दहेज देकर रीति रिवाज के साथ राजेश पुत्र स्व0 रामआसरे उर्फ कल्लू नेता निवासी सनगांव थाना कोतवाली के साथ शादी की थी लेकिन चैथी के दिन से ही ससुरालीजन दहेज के नाम पर 20 हजार रूपये की मांग को लेकर उसकी पुत्री को मारते पीटते व प्रताड़ित करते रहे। साथ ही कई-कई दिनों तक भूखा प्यासा रखकर कमरे मे बंद कर देते थे। पीड़ित पिता ने आरोप लगाया कि पुत्री के पति राजेश के अवैध सम्बन्ध अपनी भाभी से थे जिसे उसकी पुत्री जान गयी थी जिसको छिपाने के लिए 9 अगस्त को आधार कार्ड बनवाने के बहाने से मेरी पुत्री को अपने दोस्त अनूप के साथ उसकी मोटर साइकिल मे बैठाकर सरसौल की तरफ भेज दिया। जब उसकी पुत्री ने विरोध किया और गाड़ी से उतरने का प्रयास किया इसी छीना छपटी मे वहां से गुजरने वाले तमाम लोग एकत्रित हो गये और लोगों से अपनी आप बीती बताई जिस पर पति राजेश व उसके दोस्त को फटकार लगायी तब गाड़ी वापस मोड़कर छिवली नदी पार कर औंग कस्बे से थोड़ी दूर गाडी जंगल मे ले जाने लगे। काफी अंधेरा हो गया था और उसकी पुत्री का मुंह दाबे था और सूनसान जगह पर गाड़ी से उतारकर पति के दोस्त ने मारापीटा और पति की मौजूदगी मे उसके दोस्त ने पुत्री के साथ जबरन बलात्कार किया। जिसके बाद वह लोग छोड़कर भाग गये और पुत्री बेहोश पड़ी रही जब उसको होश आया तो काफी रात हो चुकी थी। किसी तरह से पास के गांव गयी वहां लोगों से आप बीती बताई और फिर किसी तरह से सूचना उन्हंे हुयी तब जाकर अपनी पुत्री को लेकर आये और पति और उसके दोस्त के खिलाफ कार्यवाही के लिए मलवां थाने गये तो वहां से यह कहकर लौटा दिया गया कि कोतवाली जाइये वहां मुकदमा दर्ज किया जायेगा जिसके बाद वह अपनी पुत्री को लेकर कई बार कोतवाली गया लेकिन अब तक किसी तरह की कोई कार्यवाही नही की गयी। पीड़ित पिता ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष पहंुचकर पुत्री के साथ हुयी घटना के बावत रो-रोकर बयां किया और पति व उसके दोस्त के साथ-साथ दहेज की मांग को लेकर ससुरालीजनों द्वारा की गयी प्रताड़ना पर मुकदमा दर्जकर पुत्री का मेडिकल परीक्षण कराये जाने की मांग किया।