मध्य प्रदेश के विदिशा के सिरोंज में दो भाइयों का परिवार 24 घंटे तक बाढ़ में फसा रहा। कैथन नदी की उफनती लहरों में इनके घर बह गए। दो भाइयों ने अपनी पत्नियां और छोटे-छोटे बच्चों सहित 24 घंटे तक एक पेड़ पर बिताए। बाढ़ का पानी एक फीट नीचे तक रह गया था। गनीमत रही कि दोनों परिवारों को शनिवार को SDRF की टीम ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया।
सिरोंज में रहने वाले गौरव और उसके भाई का घर और खेत कैथन नदी के किनारे पर ही है। तेज बारिश में नदी उफनने लगी और कुछ ही देर में नदी का पानी खेतों में भर गया। नदी का बहाव इतना तेज था कि किनारे पर बना इनका घर बाढ़ में ढह गया। अब इनके सामने जान बचाने का संकट था। चारों तरफ पानी ही पानी और सामने था उम्मीदों का एक पेड़। जान बचाने के लिए गौरव उनका भाई, दोनों भाइयों की पत्नियों और 9 साल और 2 साल के दो बच्चों को किसी तरह पेड़ पर चढ़ाया गया। पेड़ पर भी जहां ये लोग बैठे थे। वहां पानी इनसे सिर्फ 1 फीट नीचे था। गांव के सरपंच को इसकी खबर लगी तो इन्हें बचाने की कोशिशें शुरू की गईं। सरपंच प्रतिनिधि ने प्रशासन को जानकारी दी। इस पर सभी को एयरलिफ्ट किए जाने की कोशिश शुरू हुई।
एयरलिफ्ट किए जाने के आदेश भी दिए गए लेकिन जहां ये लोग फंसे थे, वहां अंधेरा गहराने लगा। हेलिकॉप्टर के लिए वहां रेस्क्यू करना संभव नहीं था। गौरव और उसका भाई छोटू अपने परिवार के लोगों को रातभर भरोसा दिलाते रहे। गौरव ने बताया कि छोटे बच्चों के साथ रात बिताना काफी मुश्किल था, लेकिन जिंदगी को तो जीतने की जिद थी। किसी तरह पेड़ पर पूरे परिवार ने रात बिताई और सुबह होने पर सरपंच प्रतिनिधि और एसडीआरएफ की टीम उन तक पहुंची और पूरे परिवार का सुरक्षित रेस्क्यू किया गया।