कटिहार में मिड डे मील के खाली बोरे सिर पर रखकर फेरी लगा रहे है  शिक्षक,पूछने पर  बोले- 10 रुपए में बोरा ले लो, वरना मेरा वेतन रुक जाएगा

बिहार के कटिहार में एक सरकारी मास्टर मिड डे मील के खाली बोरे बेच रहे हैं। वे कदवा प्रखंड अंतर्गत बौरा पर चौक घूम रहे हैं। ये शिक्षक बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मो. तमीजउद्दीन हैं। वे अपने सिर पर बोरे और हाथ में एक तख्ती लेकर लोगों से खरीदारी की अपील कर रहे हैं। मो. तमीजउद्दीन यह भी कह रहे हैं कि 10 रुपए में बोरा ले लो बोरा, नहीं बिका तो वेतन रुक जाएगा। हालांकि फटे और कुतरे बोरे कोई खरीद नहीं रहा है।

गौरतलब है कि शिक्षा विभाग मध्यान्ह भोजन प्रशाखा द्वारा वित्तीय वर्ष 2014-15 और 2015-16 में विद्यालयों को उपलब्ध कराई गई चावल के खाली बोरे को 10 रुपए प्रति बोरा की दर से बिक्री कर राशि को जमा करने का निर्देश दिया गया है। साथ ही जिन विद्यालयों द्वारा बोरे की बिक्री कर राशि जमा नहीं की जाएगी उन पर कार्रवाई भी की जाने की बात कही गई है।

तमीजउद्दीन का कहना है कि विद्यालयों में चावल के जो बोरे उपलब्ध कराए जाते हैं उनमें से अधिकतर कटे-फटे होते हैं। साथ ही विद्यालय में रखे-रखे चूहे कुतर देते हैं। ऐसे में फटे और कुतरे हुए बोरे लोग नहीं खरीदते हैं। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक स्तर के विद्यालयों में छात्रों को बैठने के लिए विभाग द्वारा बेंच और डेस्क विद्यालयों को प्राप्त नहीं है। अगर कहीं है तो अल्प मात्रा में है। जिस कारण बच्चे उन्हीं बोरे को लेकर बैठ जाते हैं। ऐसे में शिक्षक उनसे बोरा कैसे वापस लेंगे।

मो. तमीजउद्दीन का कहना है कि वित्तीय वर्ष 2014-15 और 2015- 16 में पदस्थापित कई शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। कई शिक्षकों का स्थानांतरण हो गया है। उसके साथ इस आदेश के कारण उन्हें भीषण समस्या हो गई है।

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