भारत ने काबुल के राजदूत और स्टाफ को तुरंत बुलाया वापस, एयरफोर्स के ग्लोबमास्टर ने 130 भारतीयों को लेकर भरी उड़ान
भारत सरकार ने अफगानिस्तान में मौजूदा हालात को देखते हुए काबुल में स्थित राजदूत रुदेंद्र टंडन और उनके भारतीय स्टाफ को वापस बुलाने का फैसला लिया है। वहीं भारतीय अधिकारियों और दूसरे लोगों को भी एयरलिफ्ट किया जा रहा है। वायुसेना का ग्लोबमास्टर C-17 एयरक्राफ्ट काबुल से 130 से ज्यादा लोगों को लेकर मंगलवार सुबह रवाना हुआ है। भारतीय राजदूत भी इसी विमान से आ रहे हैं। ये विमान दोपहर 1 बजे जामनगर पहुंचेगा और वहां से ये गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर पहुंचेगा। सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों को इस विमान से लाया जा रहा है उन्हें सोमवार शाम को ही काबुल एयरपोर्ट के सुरक्षित इलाके में पहुंचा दिया गया था। इसके साथ ही सोमवार को भी वायुसेना के एक विमान से कई लोग भारत लाए गए थे।
सूत्रों के मुताबिक अफगानिस्तान में फंसे बाकी भारतीय सुरक्षित इलाके में हैं और एक-दो दिन में उन्हें भी एयरलिफ्ट कर लिया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने भी सोमवार को कहा था कि अफगानिस्तान की घटना पर करीब से नजर बनाए हुए हैं। हम अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाएंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा ‘हम जानते हैं कि अफगानिस्तान में कुछ भारतीय नागरिक हैं जो वापस लौटना चाहते हैं और हम उनके संपर्क में हैं। हम हर भारतीय से अपील करते हैं कि वे फौरन भारत लौंटे। हम अफगान सिख हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों से भी लगातार संपर्क में हैं जो लोग अफगानिस्तान छोड़ना चाहते हैं उन्हें भारत लाने की पूरी सुविधा दी जाएगी।
गृह मंत्रालय ने शुरू किया इमरजेंसी वीजा
इस बीच गृह मंत्रालय ने अफगानिस्तान से भारत आने वाले लोगों के लिए वीजा नियमों में बदलाव किया है। मौजूदा हालात को देखते हुए इलेक्ट्रोनिक वीजा की एक नई कैटेग्री e-Emergency X-Misc Visa शुरू की गई है। अफगानिस्तान से भारत आने वाले लोगों को जल्द से जल्द वीजा मिल सके इसके लिए यह सुविधा शुरू की गई है।
अमेरिकी सैनिकों ने संभाला मोर्चा काबुल एयरपोर्ट फिर से खोला गया,
काबुल एयरपोर्ट पर सोमवार को अमेरिकी प्लेन से लटककर भागने के दौरान 7 लोगों की गिरकर मौत हो गई। वहीं अमेरिकी सैनिकों ने काबुल एयरपोर्ट पर दो हथियारबंद लोगों को मार गिराया। इन हालातों को देखते हुए सभी सैन्य और कमर्शियल विमानों को रोका दिया गया था, लेकिन 1000 अमेरिकी सैनिकों के पहुंचने पर देर रात एयरपोर्ट फिर से खोल दिया गया। काबुल एयरपोर्ट अभी अमेरिका के ही कब्जे में है। यहां अमेरिकी सैनिक ही उड़ानों का मैनेजमेंट देख रहे हैं।
6 हजार सैनिक तैनात करेगा एयरपोर्ट पर अमेरिका
अमेरिका ने कहा है कि वह एयरपोर्ट पर अपने 6 हजार सैनिक तैनात करेगा ताकि नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके। अभी काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ जैसे हालात हैं। देश छोड़ने के लिए लोग हजारों की तादाद में वहां जमा हो गए हैं। कई ऐसे भी हैं जो बिना कोई सामान लिए एयरपोर्ट पर पहुंच गए हैं।
तालिबान को अमेरिका ने दी चेतावनी
अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद पहली बार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बीती रात बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में हालात अचानक बदल गए। इसका असर दूसरे देशों पर भी पड़ा है। लेकिन आतंकवाद के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बाइडेन ने तालिबान को चेतावनी भी दी है कि अगर अमेरिकियों को नुकसान पहुंचाया तो तेजी से जवाब दिया जाएगा।